पटना: बिहार के मधुबनी जिले में होली के दिन एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या मामले पर विवाद जारी है. पिछले दिनों जेडीयू और बीजेपी के कई नेताओं ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी और पार्टी की तरफ से आर्थिक मदद भी की थी. मधुबनी पहुंचे तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना था. ऐसे में अब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के मधुबनी जाने पर जेडीयू ने सवाल उठाया और सरकार का पक्ष रखा.
इतिहास को भी याद कर लें तेजस्वी
जेडीयू एमएलसी संजय सिंह और नीरज कुमार ने गुरुवार को प्रेस कांग्रेस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय सिंह ने कहा कि सरकार पर आरोप लगाने वाले लोग जरा पुराने इतिहास को भी याद कर लें. लालू-राबड़ी के शासनकाल में 118 नरसंहार हुआ. उस वक्त अपराध करने के बाद अपराधियों का पनाह स्थल एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास होता था. वहां अपराधियों को बचाया जाता था. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में अपराधी सलाखों के पीछे होते हैं.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शासन में अपराधी यदि पालात में भी रहेगा, तब भी उसे ढूंढ निकाला जाएगा. मधुबनी हत्याकांड में भी यही हुआ. मुख्य आरोपी प्रवीण झा सहित पांच अपराधियों को खोज निकाला गया और आज वो सलाखों के पीछे हैं.
फोटो खिंचवाने जाते हैं तेजस्वी यादव
JDU नेता संजय सिंह ने कहा कि मधुबनी में पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान हमने कहा था कि 48 से 72 घंटे का समय दीजिये मुख्य आरोपी प्रवीण झा और अन्य आरोपी यदि कहीं से भी खोज निकाला जाएगा. मधुबनी से आने के बाद सीएम नीतीश से मुलाकात हुई और इस घटना को लेकर अधिकारियों के साथ दो घंटे तक बातचीत हुई. इसी का नतीजा है कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की और आरोपी को धर दबोचा. जबकि नेता प्रतिपक्ष कह रहे हैं कि उनसे डर कर पुलिस ने कार्रवाई की है. हकीकत यह है कि तेजस्वी यादव जहां भी पीड़ित परिजनों से मिलने जाते हैं, वहां फोटो खिंचवाते हैं और पटना लौट आते हैं.
जेडीयू नेता संजय सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से पूछा कि वो सीवान में जो लोग मरे उनके परिजनों से क्यों नहीं मिले? नवादा में रेप पीड़िता से जाकर क्यों नहीं मिले? जबकि उनके नेता राजवल्लभ यादव को न्यायालय ने भी सजा सुनायी थी.
संजय सिंह ने कहा कि मधुबनी हत्याकांड में पीड़ित परिवार के एक सदस्य संजय सिंह को एससी एसटी एक्ट में फंसाया गया था. आज उन्हें बेल मिल गयी है. वहीं, एसएचओ को सस्पेंड किया जा चुका है. पीड़ित परिवार के घर पर डॉक्टर, एम्बुलेंस, दवा और सुरक्षा की व्यवस्था सरकार की ओर से की गयी है.
नीरज कुमार ने भी जमकर साधा निशाना
इधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए JDU नेता नीरज कुमार ने कहा कि मधुबनी हत्याकांड 29 मार्च को हुई और 3 अप्रैल को तेजस्वी की नींद खुली जिसके बाद उन्होंने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया. नीरज कुमार ने पूछा कि तेजस्वी इतने दिनों तक किस राजनीतिक यात्रा पर थे, यह वो जनता को बताएं.
नीरज कुमार ने तेजस्वी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तेजस्वी पीड़ित परिवार से मिलने मधुबनी गये थे, तब वे लोगों से माला पहन रहे थे और अपने नाम का नारा भी लगवा रहे थे. ऐसी हरकत पर उन्हें शर्म आनी चाहिए. पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान जयकारा लगवाना बहुत ही शर्मनाक बात है.
जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया कि इस मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के खिलाफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई भी की गयी है. वहीं, एसएचओ को भी सस्पेंड किया गया है. आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी. पीसी के दौरान नीरज कुमार ने आरजेडी का नामांकरण करते हुए कहा कि आरजेडी का नया नाम बेऊर राजद या तिहाड़ राजद होना चाहिए. तेजस्वी को मौका मिले तो जेल में बंद व्यक्ति को गृह मंत्री बना दे और गंभीर आरोपियों को मंत्रिमंडल में शामिल कर दें.
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