रांची: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कैश कांड मामले में गिरफ्तार झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) के तीनों विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी, राजेश कच्छप को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. कांग्रेस ने भी तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. तीनों के पास से गाड़ी से कैश बरामद हुआ है. कैश किसका था? कहां से आया? इस सबका कोई ठोस जवाब पूछताछ में यह तीनों नहीं दे पा रहे थे. इसको लेकर बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) आमने सामने है.


वहीं कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने तीनों विधायकों को लेकर दावा किया है कि ये तीनों ने उन्हें भी साथ आने का ऑफर दिया था. हर विधायक को 10-10 करोड़ का ऑफर दिया व कुछ को मंत्री पद का ऑफर दिया था. इस मामले में अनूप सिंह ने रांची में अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है. प्राथमिकी में कहा गया है कि कांग्रेस के सभी विधायकों से बीजेपी के नेता संपर्क कर रहे थे. कुछ विधायकों को ट्रैप करने की भी कोशिश की गई.


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बीजेपी बोली- यह भ्रष्टाचार का पैसा था


रांची से बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कहा कि बंगाल में झारखंड कांग्रेस के जो तीन विधायक कैश के साथ पकड़े गए हैं, यह भ्रष्टाचार का पैसा था. यह लोग उन रुपये को बंगाल में ठिकाने लगाने के लिए लेकर जा रहे थे. इस कैश कांड की जांच सीबीआई और ईडी से होनी चाहिए. झारखंड सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के यहां से 20 करोड़ कैश मिला था. मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के यहां से कैश मिला था.


संजय सेठ ने कहा कि ईडी की दबिश से सभी भ्रष्टाचारी डरे हुए हैं और पैसा झारखंड से बाहर लेकर जा कर ठिकाने लगा रहे हैं. कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस विधायकों को 10-10 करोड़ व मंत्री पद का BJP ऑफर दे रही थी. अनूप सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. वह झूठा आरोप लगा रहे हैं. झारखंड में बीजेपी सरकार गिराने की कोशिश नहीं कर रही.


बीजेपी पर अंगुली नहीं उठाए कांग्रेस


संजय सेठ ने कहा कि कांग्रेस अंदरूनी कलह से जूझ रही है. उसी का यह सब परिणाम है. आज से तीन महीने पहले भी अनूप सिंह ने की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी कि सरकार गिराने की साजिश बीजेपी रच रही है. इसमें कुछ भी जांच में सामने नहीं आया. इस बार फिर वह नाटक कर रहे हैं. कांग्रेस अपना घर संभाले. बीजेपी पर अंगुली नहीं उठाए.


कांग्रेस ने क्या जवाब दिया?


झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा झारखंड में सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं. झारखंड कांग्रेस के विधायकों से संपर्क कर रहे थे. मिल रहे हैं. झारखंड कांग्रेस विधायकों को 10-10 करोड़ रुपया और मंत्री पद का ऑफर मिल रहा था. झारखंड कांग्रेस के जो तीन विधायक कैश के साथ पकड़े गए यह पैसा उन लोगों को असम से मिला था. झारखंड में शुरू से ही बीजेपी सरकार गिराने की कोशिश में लगी हुई है लेकिन सफलता कभी नहीं मिलेगी. कांग्रेस ने तीनों विधायकों को निलंबित किया. राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के नौ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी. कार्रवाई होगी. पार्टी विरोधी गतिविधि में जो भी लिप्त होगा वह बख्शा नहीं जाएगा. झारखंड सरकार पूरे पांच साल चलेगी.


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