झारखंड सरकार के मंत्री ने जिंदा में ही मनमोहन सिंह को दे दी श्रद्धांजलि, गलती के बाद अब हो रही किरकिरी
हफीजुल हसन अंसारी पिता की मौत के बाद मधुपुर के खाली सीट से विधायक चुने गए हैं. अंसारी के पिता झामुमो के कद्दावर नेता थे. हेमंत सरकार में मंत्री थे. हफीजुल ने फेसबक पर माफी मांगी है.
देवघरः झारखंड सरकार के अल्पसंख्यक निबंधन एवं खेल संस्कृति मंत्री हफीजुल हसन अंसारी (Hafizul Hasan Ansari) ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और एम्स (AIIMS) में इलाजरत मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) को जिंदा में ही श्रद्धांजलि दे दी. हालांकि अब उन्हें अपनी गलती का एहसास हो रहा है लेकिन दूसरी ओर झारखंड सरकार (Jharkhand Government) की भी किरकिरी हो रही है. मंत्री ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सफाई दी है. लिखा है-मैं दिल से क्षमापार्थी हूं.
फिसल गई जुबान, एक मिनट का मौन रखा
दरअसल, देवघर में पटवाबाद के धमना फाटक के पास शुक्रवार को एपीजे डॉ. अब्दुल कलाम चौक का सूबे के पर्यटन व अल्पसंख्य कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने उद्घाटन किया. इस दौरान संबोधन में जुबान फिसल गई और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दे दी. इतना ही नहीं बल्कि उनकी आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन भी रख दिया. मंत्री हफीजुल हसव ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक दुखद खबर है. जिसने देश को 50 साल आगे ले जाने का काम किया ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया.
मधुपुर सीट से विधायक हैं हफीजुल हसन अंसारी
बता दें कि हफीजुल हसन अंसारी पिता की मौत के बाद मधुपुर के खाली सीट से विधायक चुने गए हैं. अंसारी के पिता झामुमो के कद्दावर नेता थे. हेमंत सरकार में मंत्री थे. हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री बनाए गए हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी को कोसने के फेर में यह भूल गए कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह जिंदा हैं. पीएम मोदी के कार्यकाल को गलत बताने के फेर में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को मृत घोषित कर दिया.
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