दुमका: झारखंड के दुमका जिले में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. घटना 17 अगस्त के रात की है, जहां मेला देखकर लौट रही नाबालिग को गांव के ही 10 युवकों ने हवस का शिकार बनाया. फिलहाल इस मामले में पीड़िता के बयान पर पुलिस ने छापेमारी कर घटना में शामिल दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि आठ आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए गांव आसपास लगातार छापेमारी की कार्रवाई में जुटी हुई है.
अगवा कर घटना को दिया अंजाम
जानकारी अनुसार घटना दुमका जिले के मसलिया थाना इलाके की है, जहां पीड़िता 17 अगस्त को मनसा मेला देखकर वापस अपने घर लौट रही थी. पीड़िता को अकेला पाकर बीच रास्ते में गांव के ही 10 युवकों ने उसे अगवा कर लिया और सुनसान इलाके में ले गए. फिर पूरी रात लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देते रहे. सुबह किसी तरह पीड़िता अपने घर पहुंची, लेकिन जान से मार देने की धमकी से डरी पीड़िता ने घटना की जानकारी परिजनों को नहीं दी.
तबीयत बिगड़ने के बाद दी जानकारी
हालांकि, घटना के तीन दिन बाद युवती की तबियत बिगड़ने पर उसने अपनी बहन को पूरी घटना की जानकारी दी. ऐसे में बहन ने मामले को लेकर पंचायती कराई, लेकिन पंचायत में मामला नहीं सुलझा. ऐसे में पीड़िता ने स्थानीय थाना में 27 अगस्त को पांच नामजद और पांच अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज कराया. इस मामले में मसलिया पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
गिरफ्तार आरोपियों में थाना क्षेत्र के जामजोरी गांव निवासी संजय सोरेन और रमेश मुर्मू शामिल हैं. घटना की जानकारी प्रेस वार्ता कर डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार ने मसलिया थाना परिसर में मंगलवार को दी. डीएसपी ने बताया कि पुलिस को यह सफलता एसपी अम्बर लकड़ा के निर्देशानुसार एसआईटी टीम गठित कर मिली.
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