पटना: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) को लेकर बिहार में जमकर बयानबाजी हो रही है. मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav)सहित आरजेडी (RJD) के कई नेता धीरेंद्र शास्त्री का विरोध कर रहे हैं. वहीं, तेज प्रताप यादव के विरोध पर पूर्व मंत्री बीजेपी नेता जिबेश कुमार मिश्रा (Jibesh Kumar Mishra) ने गुरुवार को प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि तेज प्रताप यादव लालू यादव के बेदखल किए हुए संतान हैं. लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को कितना अहमियत दिया है ये तो मंत्रालय वितरण के समय पता चल गया. एक बेटे को पांच विभाग और एक बेटे को एक विभाग मिला है. एक बाप दो बेटों में बराबरी नहीं करता है तो जनता क्या बराबरी करेगी? तेज प्रताप यादव को कोई नोटिस नहीं लेता है.


बागेश्वर बाबा डंके की चोट पर आएंगे- जिबेश कुमार मिश्रा 


जिबेश कुमार मिश्रा ने कहा कि बागेश्वर बाबा एक धार्मिक संत हैं. किसी धर्म से जुड़े हुए हैं, वो बिहार आ रहे हैं. बागेश्वर बाबा के अनुवायी हैं. यहां वो धार्मिक बातें करेंगे. अपनी बात कहेंगे. इसमें घबराने की क्या बात है? किसी के बाप का राज्य नहीं हैं. मुख्यमंत्री जनता बनाती है, ये जनता का राज है. बागेश्वर बाबा डंके की चोट पर आएंगे और अपनी बात कहेंगे.


विरोध कर रहे हैं तेज प्रताप यादव 


वहीं, तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को धीरेंद्र शास्त्री को डरपोक, देशद्रोही कहा था. तेजप्रताप ने कहा था कि बाबा बागेश्वर के समर्थक रोज उनसे माफी मांगने आ रहे हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि एयरपोर्ट पर घेराव करेंगे. कार्यक्रम नहीं होने देंगे. साथ ही इन दिनों अपने संगठन डीएसएस के कार्यकर्ताओं के साथ खूब दिख रहे हैं. माना जा रहा है धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में तेज प्रताप यादव अपने सेना तैयार कर रहे हैं.


13 से 17 मई तक है कार्यक्रम


बता दें कि बाबा बागेश्वर का दरबार 13 से 17 मई तक नौबतपुर में लगेगा. हनुमत कथा का आयोजन होगा. इसी बीच 15 मई को दिव्य दरबार लगेगा, जिसमें बाबा लोगों के नाम की पर्ची निकालेंगे. हर दिन तीन से चार लाख लोगों के आने का दावा किया जा रहा है. हर दिन कार्यक्रम शाम चार बजे शुरू होगा. शाम 7 बजे तक चलेगा. 15 मई को दिव्य दरबार लगेगा, जिसमें बाबा लोगों के नाम की पर्ची निकालेंगे उस दिन कार्यक्रम 12 दोपहर में शुरू हो जाएगा. 


ये भी पढ़ें: Bihar: 'दोषी हूं तो गोली से उड़ा दो...', बाहर आते ही पॉलिटिकल हुए आनंद मोहन! मंच से क्यों लिया इन दो नेताओं का नाम?