Jitan Ram Manjhi: बिहार में शराबबंदी को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी शराबबंदी लेकर बराबर सवाल उठाते रहे हैं. एक बार फिर उन्होंने शुक्रवार को इसको लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि 'हम सभी जब रात में शराब पीते हैं तो भी नहीं पकड़ा जाता है. बात साफ है दोहरी नीति है. ऐसा नहीं होना चाहिए. वहीं, उन्होंने आगे कहा कि  4 से 5 लाख गरीब तबके के लोग अब तक जेल जा चुके हैं.


शराबबंदी पर होनी चाहिए समीक्षा- जीतन राम मांझी 


जीतन राम मांझी ने कहा कि हमने ही नीतीश कुमार से आग्रह किया था कि इसकी समीक्षा करें तो पिछली बार समीक्षा हुई. एक बार फिर शराबबंदी पर समीक्षा होनी चाहिए. हम शराबबंदी के पक्षधर हैं, लेकिन जिस तरीके से यह कानून लागू है वह गलत है.


आगे उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के बारे में हम हमेशा कहते रहे हैं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है. हम सबने मिलकर शराबबंदी कानून बनाया है. हम इसे बुरा क्यों कहेंगे? लेकिन इसके कामकाज में अनियमितताएं हैं. गरीब लोग भी अगर थोड़ा सा भी शराब पीते हैं तो उन्हें जेल भेज दिया जाता है. हजारों-लाखों लीटर शराब की तस्करी करने वाले छूट रहा है.


'नीतीश कुमार हैं यथार्थवादी व्यक्ति'


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शराबबंदी मामले में तीन बार समीक्षा की है इसके लिए सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देता हूं और मेरा कहना है कि चौथी बार भी समीक्षा करनी चाहिए. नीतीश कुमार एक यथार्थवादी व्यक्ति हैं. वह इन मामलों को गंभीरता से लें कि इसमें कितने गरीब प्रताड़ित हैं. करीब साढ़े चार लाख गरीब लोग विभिन्न प्रकार के मामलों में जेल में बंद हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. इस पर संज्ञान लेना चाहिए.


(आईएएनएस से भी जानकारी)


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