Jitan Ram Manjhi News: बिहार के नवादा की घटना को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भड़क गए हैं. एक तरफ उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul gandhi) पर निशाना साधा है तो दूसरी ओर इस घटना पर नवादा के डीएम और एसपी से उन्होंने फोन पर बात की है. घटनास्थल की स्थिति का जायजा लिया है.
जीतन राम मांझी ने गुरुवार (19 सितंबर) को एक्स पर लिखा, "हमारे देश में विपक्ष की विचित्र लीला है, विपक्ष के लोग पहले दलितों पर अत्याचार करवाते हैं फिर उस घटना को मुद्दा बनाकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं. नवादा की घटना में जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उसमें 90 फीसदी लोग एक जाति विशेष के हैं और राजद समर्थक हैं. राहुल गांधी जी अब इस पर कुछ बोलेंगे या फिर चुप्पी साध लेंगे?"
22 सितंबर को घटनास्थल पर जाएंगे जीतन राम मांझी
आगे एक दूसरे पोस्ट के जरिए जीतन राम मांझी ने कहा, "मैंने अभी नवादा डीएम और एसपी से बात की है. घटना में शामिल अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. जो फरार हैं वह भी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे. पीड़ितों को राहत दी गई है. पुलिस वहां कैंप कर रही है. मैं खुद वहां 22 सितंबर को नवादा में अपनों के बीच रहूंगा."
राहुल गांधी ने नवादा की इस घटना पर क्या कहा है?
नवादा में दबंगों की ओर से 80 घर जलाए जाने को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रहा है. राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, "नवादा में महादलितों का पूरा टोला जला देना, 80 से ज्यादा परिवारों के घरों को नष्ट कर देना बिहार में बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर उजागर कर रहा है. अपना घर-संपत्ति खो चुके इन दलित परिवारों की चीत्कार और भयंकर गोलीबारी की गूंज से वंचित समाज में मचा आतंक भी बिहार की सोई हुई सरकार को जगाने में कामयाब नहीं हो पाए."
राहुल गांधी ने आगे कहा, "भाजपा और एनडीए के सहयोगी दलों के नेतृत्व में ऐसे अराजक तत्व शरण पाते हैं, भारत के बहुजनों को डराते हैं, दबाते हैं, ताकि वो अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकार भी न मांग पाएं. और, प्रधानमंत्री का मौन इस बड़े षड्यंत्र पर स्वीकृति की मुहर है. बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई कर, और पीड़ित परिवारों का पुनर्वास करा कर उन्हें पूर्ण न्याय दिलाना चाहिए."
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