CM नीतीश के बचाव में उतरे मांझी, कहा- सरकार जहरीली शराब पीने से हुई मौत की जिम्मेदार नहीं
मांझी ने कहा कि कुछ पदाधिकारियों के गलती के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती हैं. ऐसे में जो दोषी पदाधिकारी हैं, उनपर कार्रवाई होनी चाहिए. जब तक कार्रवाई नहीं होगी इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी.
गया: पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य बिहार के अलग-अलग जिलों में जहरीली शराब पीने से मौत का मामला सामने आने के बाद विवाद जारी है. विपक्ष कानून की सफतला पर सवाल उठाते हुए बिहार सरकार पर निशाना साध रही है. इसी बीच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सीएम नीतीश के बचाव में उतरे हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की जिम्मेदार सरकार नहीं है. प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से ऐसी घटना होती है.
बिहार के गया जिला स्थित अपने आवास पर रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. इसके बाबजूद जहरीली शराब बिक रही है और उसे पीने से मौत हो रही है. लेकिन इसमें सरकार का कोई दोष नहीं है. नीतीश कुमार ने सामाजिक भावनाओं को आगे रखते हुए महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के नाम पर शराबबंदी की नीति अपनायी है.
मांझी ने कहा कि कुछ पदाधिकारियों के गलती के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती हैं. ऐसे में जो दोषी पदाधिकारी हैं, उनपर कार्रवाई होनी चाहिए. जब तक कार्रवाई नहीं होगी इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी अच्छी नीति है. लेकिन काफी कोशिशों के बाबजूद भी यह सफल नहीं हो पाया है क्योंकि पर्दे में हो या खुले में शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार को इसे देखना चाहिए चूंकि हमने पहले भी कहा था कि गरीब लोग इसमे न फंसे. शराब तस्कर जो करोड़ों रुपये का कारोबार करते हैं, उन्हें पकड़ाना चाहिए. लेकिन उत्पाद विभाग और पुलिस विभाग अपना कोटा पूरा कर रही है. वहीं, इससे उनलोगों की कमाई भी हो रही है. ऐसे में इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.
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