जीतन राम मांझी ने की प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की मांग, बताई ये वजह
जीतन राम मांझी ने कहा कि ओबीसी, पिछड़ा और अतिपिछड़ा सामाज को प्राइवेट सेक्टर में 60 फीसदी आरक्षण दिया जाए. उन्होंने केंद्र के बजट को अच्छा बताया है.
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और एनडीए के घटक दल हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की मांग की है. उन्होंने ये मांग देश के बजट में सरकारी कंपनियों के निजीकरण को लेकर की है. पटना स्थित अपने आवास पर बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने केंद्र के बजट को अच्छा बताया और कहा कि ये बजट देश को आगे ले जाने वाला है.
मांझी ने की प्राइवेट सेक्टर में 60 फीसदी आरक्षण की मांग
वहीं बजट में रेल, हवाई जहज और गेल जैसी सरकारी कंपनियों के निजीकरण को देश के लिए लाभकारी बताते हुए एबीपी न्यूज़ से कहा कि आजादी के वक्त देश में 80 प्रतिशत कंपनियां सरकारी हुआ करती थीं. तब संविधान ने 10 प्रतिशत आरक्षण दिया था. लेकिन अब देश में 80 प्रतिशत कंपनियों का निजीकरण हो चुका है. ऐसे में हमारी मांग है कि ओबीसी, पिछड़ा और अतिपिछड़ा सामाज को प्राइवेट सेक्टर में 60 फीसदी आरक्षण दिया जाए.
तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
बता दें कि आज केंद्र सरकार द्वारा साल 2021-22 के लिए बजट पेश किया गया है. इस बजट को लेकर बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजे़डी ने भी सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के 39 सांसदों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब संसद के पटल पर ऐसा बजट पेश किया जा रहा था जिसमें प्रदेश के लिए कुछ भी नहीं था, तब वे लोग ताली बजा रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि बिहार की दयनीय स्थिति सब लोगों को पता है. बजट आने के बाद मुख्यमंत्री खामोश हैं. इसमें न कोई उद्योग, न किसी रोज़गार की बात हुई है.
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