Jitan Ram Manjh on Bihar Political Crisis: बिहार में नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का एलान कर दिया है और आज मंगलवार की शाम राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है. बिहार में अब नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी में हैं. इसी बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी नीतीश कुमार को समर्थन देने की बात कही है, जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने नीतीश कुमार और महागठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया है.
वहीं बिहार में नीतीश को भाकपा माले के समर्थन पर संशय बना हुआ है, भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य आज शाम में विधायकों के साथ बैठक करेंगे. भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बिहार की सियासी घमासान पर ट्वीट कर लिखा- अगले चालीस सालों के लिए भारत को एक दल के बीजेपी शासित देश में बदलने का बीजेपी का सपना बिहार में खराब मौसम में चला गया है, नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया है.
जद(यू) नेता नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद कहा कि सभी सांसद और विधायक आम सहमति पर हैं कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए. सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और बिहार के कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास महागठबंधन के सभी विधायकों के साथ राबड़ी निवास पर गए. इस दौरान जद (यू) नेता नीतीश कुमार ने राजद के तेजस्वी यादव से कहा, 2017 में जो हुआ उसे भूल जाएं और एक नया अध्याय शुरू करें.
बीजेपी ने कहा- बिहार की जनता इसे बर्दाशत नहीं करेगी
बिहार के सियासी घमासान के घटनाक्रम पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि BJP ने 74 सीट जीतेने के बाद भी वादे के मुताबिक नीतीश कुमार को NDA गठबंधन का मुख्यमंत्री बनाया था. यह बिहार की जनता और BJP के साथ धोखा है, जनता के फैसले का उल्लंघन है. बिहार की जनता इसे बर्दाशत नहीं करेगी. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता आरके सिंह ने कहा कि ये हमारे राज्य का दुर्भाग्य है, 15 साल राजद की सरकार रही, वे (जदयू) पहले भी राजद के साथ गए थे फिर वापस आए, अब फिर से उनके साथ जा रहे हैं. इसमें बिहार की भलाई नहीं नहीं है, ये विकास की नहीं सत्ता की राजनीति हो रही है.
चिराग पासवान ने की राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग
लोजपा नेता (रामविलास) चिराग पासवान ने कहा कि आज नीतीश कुमार की साख शून्य है. हम चाहते हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो और राज्य को नए सिरे से जनादेश देना चाहिए. आपकी (नीतीश कुमार) कोई विचारधारा है या नहीं? अगले चुनाव में जदयू को जीरो सीटें मिलेंगी. कैसे कोई ऐसे मुख्यमंत्री पर विश्वास रखेगा जो खुद अपने शब्दों पर नहीं टिकते. इसलिए मैं चाहता हूं कि बिहार को चुनाव में जाना चाहिए और बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए. ये जोड़ तोड़ की सरकार बनाना सही नहीं है, आपकी कोई नीति, विचारधारा, सिद्धांत है कि नहीं?.
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