गया: बिहार के गया जिले के महकमपुर गांव में रविवार को भांजी समेत अन्य परिजनों पर हुए हमले से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) काफी नाराज हैं. मंगलवार को वे घटना में घायल हुए अपने परिजनों से मिलने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे. वहां पहुंच कर उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर उनका हाल जाना. लौटते वक्त मांझी पत्रकारों से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी भांजी केशरी देवी पति सुरेश मांझी के साथ घर में घुसकर मारपीट की गई है.
मांझी ने कह दी बड़ी बात
हम नेता ने बताया कि भांजी पंचायत समिति सदस्य है. इस बार वो चुनाव में खड़ी हुई और जीत भी गई. लेकिन दबंगों द्वारा चुनाव के समय से ही चुनाव नहीं लड़ने की धमकी दी जा रही थी. इसी क्रम में रविवार को रात नौ बजे जब सभी लोग घर में बैठे थे, उसी समय दबंगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट की गई. उन्होंने पीड़ितों की जमीन भी हड़प ली है और खौफ पैदा करने के मकसद से ऐसा किया है. अगर हमारे घर ऐसा होता तो हम गोली चला देते. 4-5 लोगों को मार देते, उसके बाद जो होता, देखा जाता.
पुलिस पर लगाया बड़ा आरोप
बिहार की विधि व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए मांझी ने कहा कि अफसोस है कि गया की पुलिस अब तक मामले में कुछ नहीं कर पाई है. घटना के बाद से गांव में दहशत है. साथ ही परिजनों में भी भय व्याप्त है. वहां पर पुलिस कैंप होना चाहिए था. इस मामले में सिर्फ एक की गिरफ्तारी की गई है.
मांझी ने कहा कि मामले में सही तरह से कार्रवाई हो इसके लिए वे गया एसएसपी व मगध रेंज के आईजी आदि अधिकारियों से बात करेंगे. महादलितों के साथ जघन्य अपराध हुआ है, इसमें एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए. एक महादलित परिवार के साथ घर में घुसकर दबंगों द्वारा मारपीट की जाती है, तो इसका मतलब यह है कि जिले में कोई विधि व्यवस्था नहीं है. पुलिस की अपराधिययों से मिलीभगत है.
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