पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले इसको लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) ने कड़ा रुख इख्तियार किया है. पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान (Danish Rizwan) ने कहा है कि जिस राजनीतिक दल को पीछे हटना है हट जाए. यह सदन से पारित एजेंडा है और बिहार को विशेष दर्जा मिलना चाहिए. इसके लिए जिन्हें बैकफुट पर जाना है वह चले जाएं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने स्पष्ट तरीके से कहा है कि ये एजेंडा कायम रहेगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से अनुरोध करते हुए दानिश रिजवान ने कहा कि एक कमेटी बनाएं, जो पुनः विशेष राज्य के दर्जा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) से मुलाकात करे. बिहार को किसी भी कीमत पर विशेष दर्जा दिलवाए. हम बिहारी हैं, ना थके हैं, ना हारे हैं और ना रुके हैं. हम जीतकर अपना हक लेंगे. बिहार का हक है विशेष दर्जा और इसको लेकर रहेंगे. इसके लिए जो भी संघर्ष करना पड़े हम उसे करने के लिए तैयार हैं.
नितिन नवीन के बयान पर पलटवार
दरअसल, मंगलवार को ही बीजेपी के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने एक बयान दिया है कि बिहार को केंद्र से या नरेंद्र मोदी की सरकार से मांगने की जरूरत नहीं है. हम आत्मनिर्भर बिहार की कल्पना कर रहे हैं. हम विशेष दर्जे की कल्पना में नहीं हैं. हम दूसरे के सामने फरियाद देने वाले नहीं बने बल्कि मदद करने वाले बनें ऐसी कल्पना से बिहार आगे बढ़ रहा है. नितिन नवीन के ही बयानों को लेकर दानिश रिजवान ने इशारों-इशारों में कहा कि जिसे भी पीछे हटना है वह हट जाए.
इसके पहले सोमवार को जेडीयू के मंत्री विजेंद्र यादव ने बयान दिया था कि विशेष राज्य का दर्जा की मांग करते-करते काफी समय बीत गया. इसके लिए कमेटी का भी गठन किया गया. बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला. ऐसे में अब कितनी बार मांग की जाए. मांग की एक सीमा होती है. मांग करते-करते थक चुके हैं.
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