पटना: बिहार में नीतीश कैबिनेट के विस्तार से पहले हम अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने फिर एक बार अपनी पुरानी मांग दोहराई है. सोमवार की शाम सीएम नीतीश से उनके आवास पर मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए ये कहा कि वे बिहार सरकार में उनकी पार्टी के लिए एक और मंत्री और एमएलसी की सीट चाहते हैं. वो यह चाहते हैं कि कैबिनेट में उनकी पार्टी का एक और मंत्री हो.


मांझी ने सीएम नीतीश का किया धन्यवाद


कैबिनेट विस्तार से पहले दोनों नेताओं के इस मुलाकात को लेकर जब मांझी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल वो कोरोना संक्रमित होने पर नीतीश कुमार ने जो उनकी स्वास्थ्य संबंधी मामलों में मदद की थी, उस बात के लिए धन्यवाद देने उनके पास आए थे. इस मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं थे.


पुरानी मांग पर कायम हैं मांझी


हालांकि, जब उनकी पुरानी मांग को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इसपर फिलहाल मुख्यमंत्री से कोई चर्चा नहीं हुई है. लेकिन मेरी पहले भी यही मांग रही है कि हमारी पार्टी को एक और मंत्री और एमएलसी पद दिया जाए. मैं अभी भी नीतीश कुमार से यही मांग करता हूं कि कैबिनेट विस्तार के समय मेरी पार्टी से एक और नेता को मंत्री बनाया जाए. वहीं, एक अन्य को एमएलसी पद पर मनोनीत किया जाए.


मांझी के पास हैं चार विधायक


मालूम हो कि जीतन राम मांझी की पार्टी हम एनडीए के घटक दल के रूप में विधानसभा चुनाव 2020 लड़ी थी. फिलहाल, मांझी की पास चार विधायक हैं और उनके बेटे संतोष मांझी नीतीश सरकार में मंत्री भी हैं. बावजूद इसके कैबिनेट विस्तार से पहले जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के लिए यह मांग की है.


गौरतलब है कि हम अध्यक्ष लगातार अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. यही वजह है कि उन्होंने बीते दिन बजट में निजीकरण के मुद्दे को लेकर पिछड़े और अतिपिछड़े समाज के लिए प्राइवेट सेक्टर में 60 फीसदी नौकरी में आरक्षण की मांग की है.


यह भी पढ़ें -


इंटर की परीक्षा देने जा रहे छात्र को ट्रक ने कुचला, नाराज लोगों ने सड़क जाम कर किया हंगामा

पश्चिम बंगाल के साथ मिशन असम की रूपरेखा तैयार करने में जुटी RJD, कल होगी