गया: माउंटेन मैन दशरथ मांझी की याद में गया के गहलौर में गुरुवार (17 अगस्त) दशरथ मांझी महोत्सव (Dashrath Manjhi Mahotsav) का आयोजन किया गया. इस मौके पर ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, जहानाबाद सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी, नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया. कार्यक्रम के दौरान राजनीतिक बयानबाजी भी देखने को मिली. मांझी ने सवाल उठाए तो श्रवण कुमार जवाब देते नजर आए.
दरअसल, मंच से जब बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने गहलौर की स्थिति बताते हुए कहा कि 'दशरथ मांझी समाधि स्थल' के पास आज भी झुग्गी-झोपड़ी है. इसमें महादलित परिवार के लोग रहते हैं. विदेशी पर्यटक आते हैं तो इन झोपड़ियों की तस्वीर लेकर जाते हैं. इससे पता चलता है कि दशरथ नगर में आज भी झुग्गी-झोपड़ी है. तस्वीर जब विदेश जाती और इन झोपड़ियों को आधुनिक रूप से बनाया जाता तो विदेश में भी कहते कि दशरथ मांझी के लिए सरकार ने कुछ किया है.
जेडीयू मंत्री बोले- केंद्र के भरोसे नहीं बिहार सरकार
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के सवालों का जवाब देते हुए ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि केंद्र के भरोसे बिहार सरकार नहीं है. एक व्यंग्य के जरिए श्रवण कुमार ने कहा कि इसी को कहते हैं "के पर करीं सिंगार पिया मोर आन्हर". कहा कि बिहार की सरकार तो चाहती है काम करना और पहल भी करती है. नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार पर तंज कसते हुए आग्रह कर कहा कि एक बार दिल्ली जाएं, दूर के नहीं बिहार के ही हैं भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री. हम तो बोलते-बोलते और पत्र लिखते-लिखते थक चुके है. हमसे मानने वाले नहीं हैं. हो सकता है प्रेम कुमार बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं मान लें.
श्रवण कुमार ने कहा कि 2018-2019 में एक भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला. 23-24 में भी नहीं, अगर बिहार को कुछ दिला देंगे तो गरीबों का कुछ भला हो जाएगा. देश में बिहार पहला राज्य है जहां ग्रामीण मुख्यमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई है. भारत सरकार के सिर्फ भरोसे नहीं हैं. इस योजना के तहत गरीबों को जोड़ने का कार्य करेंगे.
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