पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर शराबबंदी को लेकर बयान दिया है. उन्होंने नीतीश सरकार (Nitish Government) को सुझाव दिया है कि शराबबंदी अच्छी है लेकिन फिर से इसकी समीक्षा की जरूरत है. जीतन राम मांझी ने मंगलवार को दिल्ली में मीडिया से बातचीत में यह कहा है. मांझी ने यहां तक कह दिया कि जो क्वार्टर पीते हैं उन्हें नहीं पकड़ना चाहिए.


दरअसल, दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में मंगलवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक थी. इस दौरान जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी बहुत अच्छी चीज है. जहां तक उसको अमल में लाने का सवाल है तो उसमें गड़बड़ियां हो रही हैं. बड़े लोग हैं, तस्कर लोग हैं वो बच जा रहे हैं. वो मालामाल हो रहे हैं. 70 प्रतिशत वैसे गरीब लोग जेल में बंद हैं जो आधा लीटर, क्वार्टर दारू पीकर पकड़े गए हैं. 


खराब हुआ शराब बनाने की प्रक्रिया: मांझी


हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा कि इस पर समीक्षा होनी चाहिए कि ऐसे लोगों को नहीं पकड़ा जाए जिसने 250 ग्राम शराब का सेवन किया है या सवा सौ ग्राम का किया है. जीतन राम मांझी ने कहा कि अभी शराब बनाने की प्रक्रिया खराब हो गई है. शराब बनाने में एक सप्ताह लगता है. अभी दो घंटे में शराब तैयार हो जाती है जो खतरनाक है.  


हाल ही में नीतीश ने दी सख्त चेतावनी


बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सोमवार (7 नवंबर) को शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की थी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि अब शराब पीने वालों पर पुलिस कम ध्यान देगी, लेकिन जो पी रहे हैं और पकड़े जाएंगे तो उन्हें जेल जाना ही होगा. सीएम ने अधिकारियों को शराबबंदी को सख्ती से लागू करने, आपूर्ति मार्गों पर नकेल कसने का निर्देश दिया है. सीएम ने कहा था कि पुलिस का ज्यादा फोकस अब शराब व्यवसायियों पर रहेगा. 


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