गया: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) पर शुक्रवार को हमला बोला. कहा कि वो हमारे महागठबंधन के नेता हैं, मंत्री थे. अगर काम गलत हुआ तो गलत को सुधारने के लिए ही मंत्रालय दी जाती है. सुधारना चाहिए था. सीएम से बात करनी चाहिए थी. पलायनवादी नीति को अपनाते हुए उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. मंत्री पद त्याग दिए तो अनेक प्रकार के अनर्गल बातें बोल रहे हैं. जीतन राम मांझी ने बोध गया स्थित अपने फार्म हाउस पर यह बयान दिया है.
जीतन राम मांझी ने कहा कि महागठबंधन की सरकार है. अगर यह भावना रहती है तो सरकार पर संकट आ सकती है. अगर महागठबंधन के साथ सुधाकर सिंह हैं तो ऐसी संकट नहीं लानी चाहिए. अगर बीजेपी के एजेंट हैं तो वह अपना काम ठीक से कर रहे हैं और करते रहना चाहिए. महागठबंधन के हित के लिए अच्छा नहीं कर रहे हैं.
सुधाकर से बीजेपी को मिल रहा है फायदा
मांझी ने कहा कि हम अगर महागठबंधन के बारे में कुछ भी बोलें तो यहां मुख्य विरोधी पार्टी बीजेपी है, ऐसी कोई हरकत हमें नहीं करना चाहिए कि उसे फायदा मिले. सुधाकर सिंह जो भी कर रहे हैं उससे भारतीय जनता पार्टी को फायदा मिल रहा है. इसलिए कह रहे हैं कि महागठबंधन में हैं तो इसका पालन कीजिए.
विवादित बयान का किया समर्थन
वहीं शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान का मांझी ने समर्थन किया. कहा कि रामायण को काव्य मानते हैं, इसमें अनेक नीतियां हैं. हमें धर्म पर चलना सिखाती है. कहीं गलतफहमी से ऐसी कुछ बातें आईं हैं जिसका उदाहरण दिया है, तो ऐसे में बवाल नहीं होना चाहिए. कुछ बातें रामचरितमानस में हैं जिन्हें नकारा जा सकता है. इस दौरान शरद यादव के निधन पर संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि हाल ही में मिले थे. राजनीति में एक समाजवादी नेता का निधन हुआ है, जिसकी कमी पूरी नहीं की जा सकती है.
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