पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला है. बिहार के अलग-अलग जिलों में कुछ संदिग्ध मौतें हुई हैं. इसको लेकर बुधवार (22 नवंबर) को जीतन राम मांझी ने बयान देते हुए नीतीश कुमार को कहा कि थोड़ी-थोड़ी मौत क्यों बांट रहे हैं, जनरल डायर टाइप लाइन में खड़ा करके सबको गोली मार दीजिए.
बुधवार की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जीतन राम मांझी ने अपना बयान जारी किया. उन्होंने लिखा, "जहरीली शराब के नाम पर दलितों को थोड़ी-थोड़ी मौत क्यों बांट रहे हैं नीतीश जी? एक ही बार जनरल डायर टाइप लाइन में खड़ा करके सबको गोली मार दीजिए. आपके नफरत का अंत हो जाएगा. जहरीली शराब से हो रही मौत को नहीं रोक सकते तो शराबबंदी कानून का क्या मतलब है? कम से कम गुजरात से तो सबक लीजिए."
गोपालगंज और सीतामढ़ी में हुई मौतों पर उठ रहे सवाल
दरअसल, इसी महीने सीतामढ़ी में छठ के पहले पांच लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई थी. ग्रामीण शराब पीने से मौत की बात कह रहे थे. प्रशासन कुछ और कह रहा था. इसी तरह गोपालगंज में भी पांच लोगों की मौत हुई है. इस मामले में गोपालगंज जिला प्रशासन ने इस बात का खंडन किया है और कहा है कि इन सबकी मौत अलग-अलग बीमारी से हुई है.
संदिग्ध परिस्थिति में मौत को लेकर बीजेपी भी उठा रही सवाल
सीतामढ़ी और गोपालगंज में हुई इन 10 मौतों को लेकर बीजेपी ने भी सरकार पर हमला किया है. मंगलवार को बयान जारी करते हुए सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत ने फिर साबित किया कि राज्य सरकार पूर्ण मद्य निषेध की नीति लागू करने में पूरी तरह विफल है. पुलिस प्रशासन एक तरफ शराब माफिया की मदद कर अकूत कमाई कर रहा है और दूसरी ओर जहरीली शराब से मौत छिपाने के लिए रिकॉर्ड में "अज्ञात बीमारी से मृत्यु" दर्ज कर रहा है ताकि आश्रितों को मुआवजा न मिल सके.
यह भी पढ़ें- सुशील मोदी ने नीतीश सरकार को घेरा, कहा- जहरीली शराब से हुई 10 मौतों ने साबित किया बिहार में शराबबंदी फेल