पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी (JItan Ram Manjhi) के बयान पर हंगामा शुरू हो गया है. मांझी ने कहा था कि जो ताड़ी-शराब से बैन हटाए उसे वोट दो. इब उनके इस बयान पर सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के तीन-तीन मंत्रियों ने बुधवार (23 अगस्त) को पलटवार किया है.
मंत्री ने कहा- जहां दूध नहीं पहुंचता था वहां पहुंच रहा
जेडीयू मंत्री जयंत राज ने कहा कि जब शराबबंदी की बात हुई थी तो सभी लोगों की उसमें सहमति थी. बिहार में दूध का उत्पादन बढ़ा है और जहां दूध नहीं पहुंचता था वहां तक दूध पहुंचने लगा है. मंत्री जयंत राज ने मांझी से पूछा कि क्या अपने बच्चों को शराब पिलाने का काम करेंगे? किसी हानिकारक वस्तु को अगर बंद कर दिया जाए तो फिर उसका सेवन करने से क्या लाभ है?
वहीं मंत्री सुनील कुमार ने कहा हर व्यक्ति को सोचना चाहिए कि ये गलत है. आज अगर कोई कुछ बोलता है तो वह उसकी निजी राय है. शराबबंदी का कानून सख्ती से लागू रहेगा. 95 प्रतिशत महिलाएं शराबबंदी का समर्थन करती हैं. दुर्घटना और छेड़खानी के मामले थे उस पर भी कमी आई है. पर्व त्योहारों के दौरान प्रशासन को काफी मदद मिली है. कहा कि 132 लोगों को जिनकी मौत जहरीली शराब से हुई उनके परिजनों को चार-चार लाख रुपया मुआवजा मिल चुका है. जो शेष हैं उन्हें भी जल्द दिया जाएगा.
'सरकार में रहते हैं तो नहीं उठाते हैं सवाल'
जीतन राम मांझी के बयान पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जिस गरीब के घर में दूध नहीं जाता था अब वहां दूध पहुंचने लगा है. गरीबों को दो वक्त की रोटी के लिए सोचना नहीं पड़ रहा है. रोड एक्सीडेंट, घरेलू हिंसा में कमी आई है. ऐसी हालत में अगर जीतन राम मांझी यह अपील करेंगे तो उनकी अपील कोई नहीं मानेगा. जब सरकार में रहते हैं तब यह सवाल नहीं उठाते हैं, जब सरकार से हट जाते हैं तब इस तरह के सवालों को उठाते रहते हैं.
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