पटना: 'हम' संयोजक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की समधन ज्योति मांझी ने अपने दामाद संतोष सुमन का विरोध किया. पूर्व मंत्री रत्नेश सदा (Ratnesh Sada) के समर्थन में उन्होंने शुक्रवार को कहा कि रत्नेश भैया से विभाग छीनकर संतोष सुमन को नहीं देना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमसे ज्यादा दिमाग वाले हैं, लेकिन विभाग नहीं छीनना चाहिए था. संतोष सुमन को कौन सा पद दिया गया. इसमें कोई विरोध नहीं है, लेकिन पद छीन कर नहीं देना चाहिए था. मेरे भाई से विभाग लेकर संतोष सुमन को दिया गया, वो अच्छा नहीं है.
'मंत्रिमंडल में महिलाओं को एक भी स्थान नहीं दिया गया'
संतोष सुमन को दूसरे पद दिए जाने के सवाल पर 'हम' विधायक ज्योति मांझी ने कहा कि विभाग कोई अच्छा और बुरा नहीं होता है. सभी विभाग काम करने वाले होते हैं. आगे उन्होंने कहा कि नई मंत्रिमंडल में महिलाओं को एक भी स्थान नहीं दिया गया. एक भी महिला मंत्री रहती तो इस कैबिनेट की खूबसूरती और निखर जाती. 12 फरवरी को हम लोग सीएम नीतीश कुमार को ताजपोशी करने जा रहे हैं.
मांझी की मांग से गरमाई थी सियासत
'हम' विधायक ने कहा कि मंत्री किसे बनाना है, किसे कौन सा विभाग देना चाहिए. इसे तय करने का अधिकार सीएम को है. लेकिन, रत्नेश सदा का विभाग नहीं छीनना चाहिए था. ऐसा होने से अभी एक घर में खुशी और एक घर में गम का माहौल बन गया है. वहीं, बता दें कि मंत्रिमंडल की शपथ के बाद जीतन राम मांझी एनडीए में नाराज चल रहे थे. जीतन राम मांझी एनडीए में दो मंत्री पद की मांग कर रहे थे. इसको लेकर वो कई बार बयान भी दे चुके हैं. इससे जीतन राम मांझी को लेकर कई तरह के कयास भी लगाने शुरू हो गए थे. हालांकि मांझी ने आज एक्स पर स्पष्ट किया कि वो आगे भी पीएम मोदी के साथ ही रहेंगे.