(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
प्रशांत किशोर से मिल रहा जीतन राम मांझी का 'दिल'! NDA को 'राम-राम' का इरादा तो नहीं? दिया बड़ा बयान
Jitan Ram Manjhi: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शराबबंदी पर तीन दिन में दो बार बयान दे दिया है. हालांकि इसके पहले भी वह कई बार बोल चुके हैं कि गरीबों को जेल में डाला जा रहा है.
Jitan Ram Manjhi News: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बयान से ऐसा लग रहा है कि उनका दिल जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर से मिल रहा है. कहीं एनडीए को राम-राम करने का इरादा तो नहीं है? ऐसा इसलिए क्योंकि जीतन राम मांझी लगातार बिहार में लागू पूर्ण शराबबंदी को लेकर बयान दे रहे हैं. वहीं प्रशांत किशोर ने भी ऐलान किया है कि अगर जन सुराज की सरकार बनी तो एक घंटे में शराबबंदी को खत्म कर देंगे. कहा जाए तो दोनों नेता इस मुद्दे पर एक साथ दिख रहे हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है.
सोमवार (09 सितंबर) को जमुई में जीतन राम मांझी ने दावा किया कि प्रदेश में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी और यहां तक कि जज भी शराब का सेवन कर रहे हैं. इससे पहले बीते शुक्रवार को उन्होंने रोहतास में शराबबंदी पर ही बयान देते हुए कहा था कि कानून बना है, लेकिन कानून को सही तरीके से धरातल पर नहीं उतारा जा रहा है. हालांकि जमुई में पत्रकारों से कहा कि वह शराबबंदी को लेकर सरकार पर निशाना नहीं साध रहे हैं बल्कि सुझाव दे रहे हैं.
'जो बात गलत है, उसका परिमार्जन कीजिए'
जीतन राम मांझी ने कहा, "हम नीतीश कुमार के मित्र, उनके साथी हैं, इसलिए कहना चाहते हैं कि जो बात गलत है, उसका परिमार्जन कीजिए. मेरे कहने पर तीन-तीन बार परिमार्जन (प्रदेश के शराब कानून में संशोधन) किया, उसके लिए धन्यवाद है, लेकिन पूर्ण परिमार्जन नहीं किया गया. मैंने कहा था कि शराब नहीं पीने वाले को नहीं पकड़ा जाएगा, लेकिन आज क्या हो रहा है, उनको भी पकड़ रहे हैं."
'एसपी-डीएम, न्यायाधीश सबके लिए शराब उपलब्ध'
नीतीश कुमार के कभी विश्वासपात्र रह चुके मांझी ने कहा, "इसका परिमार्जन करना होगा. जहां महात्मा गांधी पैदा (गुजरात) हुए थे, आज वहां भी शराबबंदी है, तो वहां ऐसा क्यों नहीं हो रहा है. सिर्फ बिहार में ऐसा क्यों हो रहा है. कहीं ना कहीं सरकारी तंत्र की विफलता है." केंद्रीय मंत्री ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि शराबबंदी के बावजूद प्रदेश में दारोगा, पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी एवं न्यायाधीश सबके लिए शराब उपलब्ध रहती है.
बोले जीतन राम मांझी- '...तो लोग हमको गालियां देंगे'
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "कुछ लोग ऐसे हैं जो इसमें काफी हाथ साफ कर रहे हैं. हम इसी बात का विरोध करते हैं और दूसरी ओर बड़े-बड़े तस्कर नहीं पकड़े जा रहे हैं. थाने में दारोगा, एसपी (पुलिस अधीक्षक), जज (न्यायाधीश) और कलेक्टर (जिलाधिकारी) सब रात में पीते हैं. उन लोगों को कोई ब्रेथ एनालाइजर नहीं लगाता है. मजदूर को लगाता है. यह सब हम कहेंगे तो लोग हमको गालियां देंगे." शराबबंदी पर तीन दिन के भीतर मांझी का यह दूसरा बयान है. हालांकि इसके पहले भी वह लगातार इसको लेकर बयान देते रहे हैं.
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