Jitan Ram Manjhi: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी कई मुद्दों को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ बोलने से पीछे नहीं हटते हैं. शराबबंदी को लेकर कई बार अपना विरोध जता चुके हैं. वहीं, गया में सीएम नीतीश की एक महत्वाकांक्षी परियोजना को उन्होंने फेल बताया. उन्होंने गया में गंगा के पानी लाने की योजना पर बोलते हुए कहा कि कहने में दिक्कत होती है. लोग कहते हैं आलोचना भी करते हैं. आज 6000 करोड़ रुपये खर्च किए गए और गंगा का पानी तो आ रहा है, लेकिन क्या वो हमारी आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है? हम कह सकते हैं नहीं पूरा कर रहा है.
'गया में हजारों-हजारों लोग करते इंज्वॉय'
जीतन राम मांझी ने गया में एक महत्वाकांक्षी परियोजना पर बात करते हुए कहा कि 700 करोड़ रुपये में हम बांध भी बना लेते, नहर भी बना लेते और नदी के दोनों किनारे 15 फीट चौड़ी सड़क भी बना लेते जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं होती. गाड़िया आती और शहर के बाहर से ही चली जाती. इसके साथ ही वहां जब पानी रहता तो हजारों-हजारों लोग इंज्वॉय करते जैसे पटना के मरीन ड्राइव पर लोगों की भीड़ जुटती है. यह मेरा सपना था.
नाम के पीछे की कहानी जीतन राम मांझी ने बताई
केंद्रीय मंत्री ने इस योजना पर अभी भी लगा हूं. भगवान राम और आप लोगों की कृपा से दिल्ली जाने का मौका मिला है. इस योजना को पूरा करके ही रहेंगे. अभी भी प्रयास जारी है. अब 80 साल का हो चुका हूं. अभी मेरा जन्मदिन था, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी ने बधाई दी थी. आगे अपने नाम को लेकर उन्होंने कहा कि जितिया पर्व के उपवास के दिन ही मेरा जन्म हुआ था इसलिए मेरा नाम जीतन राम मांझी पड़ा.
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