गया: बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने शुक्रवार को अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने तेजस्वी और लालू यादव पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन के जो सूत्रधार नीतीश कुमार थे वो तो खुद एनडीए में आ गए. पहले भी पूर्वानुमान हमने बताया था कि यह चलने वाला नहीं है. इनकी मंशा सिर्फ यह है कि पीएम कौन होगा? तो वैसी परिस्थिति में उनकी मंशा गलत है. 2024 में फिर से पीएम नरेंद्र मोदी बनेंगे. इस बार और ज्यादा सीट आएगी. ममता, केजरीवाल, स्टालिन अलग हैं. एक मुद्दा पर ये सभी एक हो ही नहीं सकते हैं.


लोगो में कंफ्यूजन डालने के लिए लालू यादव कह रहे है कि नीतीश के लिए हमेशा दरवाजा खुला है. नीतीश कुमार खुद बोल रहे हैं कि दो बार उलट पलट कर लिए थे अब कहीं नहीं जाएंगे.


'तेजस्वी यादव तो बेरोजगार हो गए हैं'


सासाराम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा में तेजस्वी के शामिल होने पर जीतन राम मांझी ने कहा कि अब वह बेरोजगार हो गए, जब महागठबंधन की सरकार थी तो उस वक्त कहते थे कि बिहार में सब कुछ हम ही कर रहे हैं. नीतीश कुमार कुछ कर हीं नहीं रहे थे. रोजगार आदि सभी का क्रेडिट खुद ही ले रहे हैं. अब तो सरकार बदल गई है नीतीश कुमार एनडीए में आ गए तो तेजस्वी यादव तो बेरोजगार हो गए हैं. जब बेरोजगार हो गए हैं तो राहुल गांधी के साथ नहीं जाएंगे तो और कहां जाएंगे.


'न्यायालय भी वैसे लोगों को परखती है'


लालू यादव के द्वारा आरजेडी सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी और नीतीश के लिए हमेशा दरवाजा खुला होने के बयान पर पूर्व सीएम ने कहा कि लालू यादव के प्रति श्रद्धा है, लेकिन क्या सिद्धांत हैं उनका? चरवाहा स्कूल खोलकर तो बिहार में बहुत बड़ी बात कर दी थी और किसानों, शिक्षको के लिए क्या किया? शहर में उस समय कुकुरमुत्ता की तरह निजी स्कूल खुलते जा रहे थे. यही तो उनका सिद्धांत था. उनका सिर्फ एक हीं सिद्धांत रहा है पैसा अर्जित करना. लैंड फॉर जॉब मामले सहित कई मामले उनपर है तो यह कैसा सिद्धांत है. न्यायालय भी वैसे लोगों को परखती है. 


कुछ लोग राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं- जीतन राम मांझी


वहीं, किसानों आंदोलन पर 'हम' संयोजक ने कहा कि पिछली बार किसान अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे थे. पूरे भारत के किसान आंदोलन पर नहीं हैं सिर्फ पंजाब के किसान आंदोलन कर रहे हैं. पंजाब के किसान बहुत समृद्ध हैं हर तरह से ठीक हैं और सुविधा उनको चाहिए तो उसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी तत्पर हैं. सरकार और किसान की बात चल रही थी बीच में टूट गई थी. बात चलेगी तो कोई न कोई रास्ता निकलेगा. किसान कभी आंदोलन नहीं कर सकते हैं. उसमे कुछ राजनीतिक रंग लोग ले आते हैं. जिसके कारण यह सारी बातें हो रही हैं. 


सार्वजनिक रास्ता जाम करना, रेलवे जाम करना जैसे काम नहीं होना चाहिए. यह किसान लोग नहीं कर रहे हैं किसान के रूप में कुछ लोग राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं.


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