Jitan Ram Manjhi Statement: मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) में मंत्री रहे पशुपति पारस (Pashupati Paras) के इस्तीफे पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram manjhi) ने तंज कसा है. मंगलवार (19 मार्च) को गया स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पशुपति पारस ने कुछ दिन पहले कहा था कि वह एनडीए के सिपाही हैं. सिपाही मतलब होता है सेनापति के आदेश का पालन करना.
जीतन राम मांझी ने कहा कि सेनापति का आदेश हुआ कि उनको (पशुपति पारस) टिकट नहीं मिलेगा तो उसका पालन करना चाहिए था. उसके बाद खुद इस्तीफा दे दिया और अगला कोई कदम उठाएंगे. इसका मतलब है कि एनडीए का सिपाही कहना उनका छल था, जो उन्होंने किया है. इसे हम अच्छा नहीं मानते हैं.
एक सीट मिलने पर क्या बोले मांझी?
वहीं दूसरी ओर पत्रकारों से बातचीत में जीतन राम मांझी ने 2024 के चुनाव में एक सीट मिलने पर भी प्रतिक्रिया दी. गया लोकसभा सीट मिलने पर उन्होंने कहा कि हमने 1980 में विधायक का टिकट मांगा था और जीते भी. आज 2024 है, 8 बार बिहार विधानसभा का सदस्य रहने का मौका मिला. इस दौरान हमने कभी टिकट नहीं मांगा. एक बार भी किसी से नहीं कहा कि हमें मंत्री बनाइए और ना ही हमने मंत्रिमंडल में किसी से विभाग मांगा है.
मांझी ने कहा, "मुख्यमंत्री की बात ही क्या है, हमें सब कुछ मिलता रहा है. नीतीश कुमार के साथ रहने के लिए हमने कसम खाई थी. आज भी हम और हमारा परिवार नीतीश कुमार के आभारी हैं. नीतीश कुमार ने शर्त रख दी थी कि उनकी पार्टी में हम को विलय कर दें नहीं तो गठबंधन से बाहर हो जाएं. हम लोग बाहर हो गए. इसी बीच पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का बुलावा आया और हम लोग एनडीए में शामिल हुए."
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