पटना: बिहार के गया में खिजरसराय प्रखंड क्षेत्र के महकार गांव में जन्मे जीतन राम मांझी के पिता का नाम रामजीत राम मांझी और माता का नाम सुकरी देवी है. जीतन राम मांझी मुसहर समुदाय से आते हैं और उनके पिता खेतिहर मजदूर थे. बचपन में मांझी अपने माता पिता के साथ रहते थे और खेती में दोनों का हाथ बटाते थे.


मांझी की पढ़ाई लिखाई


जानकारी के मुताबिक जीतन राम मांझी का बचपन कठिन परिस्थितियों से गुजरा है. मांझी का बचपन गांव में ही बीता है जिसके चलते इनकी प्रारंभिक पढ़ाई लिखाई गांव के ही स्कूल में हुई बाद में उन्होंने मगध विश्वविद्यालय के गया कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की. स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मांझी ने किया टेलीफोन एक्सचेंज में 13 साल तक काम किया. बताया जाता है राजनीति में आने से पहले मांझी तब तक काम  करते रहे जब तक उनके छोटे भाई की बहाली पुलिस में न हो गई.


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मांझी की शादी 


जब मांझी की नौकरी करते कुछ समय बीत गया तब माता सुकरी देवी औऱ पिता रामजीत राम मांझी ने उनकी शादी शांति कुमारी नाम की एक लड़की से करा दी. दोनों घर परिवार के साथ रहने लगे. मांझी और शांति दोनों को  7 संतान हुए  जिनमें दो बेटे और पांच बेटियां हैं.


लालू के बाद सबसे अधिक संतान वाले नेता मांझी हैं



  • जीतन राम मांझी के 7 संतान हैं. जिनमें दो बेटे और 5 बेटियां है. बड़े बेटे संतोष मांझी MLC  हैं जो बिहार सरकार में मंत्री भी हैं.

  • संतोष की पत्नी दीपा मांझी गया में जिला परिषद की सदस्य भी रह चुकी है.

  • आपको बता दें कि मांझी की बहू दीपा इन दिनों ट्विटर पर खूब एक्टिव रहती हैं आए दिन वो लालू के बेटे बेटियों पर खूब निशाना साधती नजर आती हैं.

  • मांझी जी की एक बेटी गया नगर निगम की सदस्य भी रह चुकी है.

  • जीतन राम मांझी की बड़ी बेटी का नाम है, सुनैना देवी दूसरे संतान का नाम संतोष कुमार सुमन है जो नेता भी हैं बाकि प्रभा देवी, पूनम, कुमारी प्रमिला, देवी पुष्पा कुमारी, प्रवीण कुमार सुमन ये सभी इनके संतान हैं.


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नीतीश ने इस्तीफा देकर मांझी को सीएम बनाया


दो हजार चौदह के लोकसभा चुनाव में करारी हार और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही सीएम नीतीश कुमार ने इस्तीफा देकर अपने तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री जीतन राम मांझी को सीएम बनाया. जीतन राम मांझी कुछ दिन ही कुर्सी पर रहे बाद में नीतीश कुमार फिर से सीएम बन गए. तभी से मांक्षी ने अकेला होकर हम पार्टी को बनाया और राजनीति में जेडीयू से अलग स्टैंड रखा और अब भी लगातार राजनीति  कर रहे हैं.