Jivitputrika Vrat 2022: जितिया से जुड़ी हर जानकारी यहां देखें, पूजन विधि के साथ शुभ मुहूर्त और पारण का समय जानें
Jitiya Vrat 2022 Puja Time: कई लोग तिथि को लेकर भी भ्रमित हैं. ऋषिकेश पंचांग के अनुसार जानिए इस बार क्या है सही मुहूर्त और विशेष संयोग का समय.
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Jitiya Vrat Shubh Muhurt Time: महिलाएं संतान की लंबी उम्र, उज्ज्वल भविष्य को लेकर 24 घंटे का निर्जला उपवास के साथ जितिया व्रत रखती हैं. आइए जानते हैं कि क्या है इस बार पूजा का सही मुहूर्त. कई लोग तिथि को लेकर भी भ्रमित हैं. इस वर्ष जिउतिया रविवार (18 सितंबर) को है. बिहार में सबसे अधिक चलने वाले ऋषिकेश पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 17 सितंबर को अपराह्न 2:56 बजे से प्रारंभ हो रहा है जो 18 सितंबर शाम 4:39 बजे तक है. सूर्य उदय तिथि 18 सितंबर को है. इस दिन लगभग तीन पहर बीत रहा है. इस कारण जितिया 18 सितंबर को ही मनाया जाएगा.
जितिया व्रत का शुभ मुहूर्त क्या है (Jitiya 2022 Shubh Muhurt)
एक दिन पहले यानी 17 सितंबर को नहाय-खाय होगा. 18 सितंबर को पूरे दिन उपवास रहेंगी. शाम को जिउतिया का पूजन होगा. बिहार में सबसे ज्यादा चलने वाले ऋषिकेश पंचांग के अनुसार 18 सितंबर की शाम 6:05 बजे 7:33 तक कुंभ लग्न है. इसमें पूजा करना शुभकारी माना गया है. क्योंकि कुंभ लग्न स्थिर लग्न होता है और यह पूजा के लिए अच्छा माना जाता है.
जितिया व्रत में पारण का समय (Jitiya 2022 Vrat Paran Time)
दूसरे दिन 19 सितंबर की सुबह पारण करेंगी. ऋषिकेश पंचांग के अनुसार जितिया का पारण यानी नवमी तिथि को भोजन ग्रहण करने का समय 19 सितंबर सोमवार की सुबह 5:57 बजे के बाद बताया गया है. जिउतिया में समूह में फलने वाले साग सब्जियों से पारण करने की परंपरा है. पंचांग के अनुसार गाय के दूध से जितिया का पारण बहुत ही शुभकारी माना गया है. पटना के संस्कृत कॉलेज के व्याख्याता और नामचीन ब्राह्मण पंडित अशोक द्विवेदी ने बताया कि इस बार जिउतिया मृगशिरा और आद्रा नक्षत्र का मिलन बताया जा रहा है जो एक शुभ और अहम संयोग है.
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