कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में विजिलेंस (Vigilance Department, Patna) की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. खनन कार्यालय मोहनिया से बालू गाड़ी छोड़ने के नाम पर एक लाख रुपये घूस लेते हुए खनन विभाग (Mining Department) के बड़ा बाबू रंजीत कुमार और परिचारी सरफुद्दीन को निगरानी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. सोमवार के दिन यह बड़ी कार्रवाई हुई है. गाड़ी पकड़े जाने के बाद ट्रक मालिक ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग से की थी. निगरानी ने जांच में मामला सही पाया और फिर यह कार्रवाई की.


विजिलेंस विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआवर ने बताया कि योगेश शाह जो रोहतास जिले के नासरीगंज के रहने वाले हैं उनकी बालू लोड कर गाड़ी चलती है. 24 मई की रात बालू लोड कर दिल्ली से वाराणसी जाने के दौरान मोहनिया टोल प्लाजा पर लगे मजिस्ट्रेट द्वारा चालान फेल होने का हवाला देते हुए गाड़ी को जब्त कर यार्ड में लगा दिया गया था.


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ट्रक मालिक ने विजिलेंस में की थी शिकायत


ट्रक मालिक ने अगले दिन जिला खनन कार्यालय पहुंचकर गाड़ी छोड़ने की बात कही, जिस पर उससे एक लाख रुपये मांगे गए. ट्रक मालिक ने यह सुनकर इसकी शिकायत निगरानी विभाग पटना में कर दी. ट्रक मालिक ने 27 मार्च को निगरानी में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत के बाद निगरानी विभाग के सदस्यों द्वारा जिला खनन कार्यालय जाकर मामले की जांच की गई. इसके बाद 11 सदस्यीय टीम ने धावा बोला और सोमवार की दोपहर एक बजे दो लोगों को पकड़ लिया.


टीम जब जिला खनन कार्यालय मोहनिया पहुंची तो एक लाख रुपये घूस लिए जा रहे थे. रिश्वत लेते हुए खनन विभाग के बड़ा बाबू रंजीत कुमार और परिचारी सरफुद्दीन को टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद टीम दोनों को लेकर अपने साथ पटना लेकर चली गई. 


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