कैमूर: समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रविवार को भभुआ जिले में मौजूद लिच्छवी भवन अपने लव-लस्कर के साथ पहुंचे थे. मुख्यमंत्री के अंदर जाने के बाद उनके काफिले और जेडीयू कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोक दिया गया. लिच्छवी भवन के अंदर जाने के बाद नीतीश कुमार जीविका दीदियों से बातचीत करने लगे. संवाद के दौरान बाहर लिच्छवी भवन के गेट पर जेडीयू के महिला और पुरुष कार्यकर्ता अंदर जाने के लिए हंगामा करते रहे. इसका वीडियो भी सामने आया जिसमें महिला पुलिस कर्मी कार्यकर्ता का हाथ मोड़ रही है. अंदर जाने से उनको रोका जा रहा.


कार्यकर्ता अंदर जाने के लिए कर रहे थे हंगामा 


जेडीयू के कार्यकर्ता लिच्छवी भवन में अंदर जाने के लिए जिद करने लगे. सुरक्षाकर्मियों ने कार्यकर्ताओं की एक नहीं सुनी और उनको अंदर जाने नहीं दिया. इसके चलते पुलिस और कार्यकर्ता में नोकझोंक भी हुई. काफी मशक्कत के बाद जेडीयू जिलाध्यक्ष प्रमोद पटेल ने कार्यकर्ता को समझा कर वहां से हटाया फिर दंगा नियंत्रण पार्टी ने मोर्चा संभाला. इसके बाद मामला शांत हुआ. मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.


कार्यकर्ताओं ने कहा हम लोग चुप नहीं रहेंगे 


महिला कार्यकर्ता ने बताया कि मैं पार्टी की वर्कर हूं और अंदर मेरे सीएम हैं. मेरी आईडी नहीं बनी है. अंदर जाने के लिए आग्रह कर रहे हैं, लेकिन ये लोग जाने नहीं दे रहे हैं. मुझे गाली दी जा रही और हाथ पकड़कर घसीट रहे हैं. वही एक जेडीयू कार्यकर्ता ने बताया कि हम लोग पार्टी के कार्यकर्ता हैं. पार्टी की रीढ कहे जाते हैं और हम ही लोगों के साथ अनादर किया जा रहा है. हम लोग चुप नहीं रहेंगे. कल सरकार बदल जाएगी, लेकिन लोग यही रहेंगे. बता दें कि नीतीश कुमार फिलहाल समाधान यात्रा कर रहे हैं. सूबे के कई जिलों में जाकर लोगों की समस्या सुन रहे और उनका समाधान की बात कर रहे.


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