कैमूर: मंडल कारा भभुआ में सोमवार को एक कैदी की मौत हो गई. तबीयत खराब होने के जेल से इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया लेकिन यहां आने के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. मौत के बाद परिजनों ने जेल सुपरिटेंडेंट पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कार्रवाई की मांग की है. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम और डीएसपी सदर अस्पताल पहुंचे. मामले की जांच की और इसको लेकर शुरुआती पूछताछ की.


कैमूर जिले के कुदरा थाने की पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में इसी साल 24 मार्च को रोहतास के अमरा तालाब निवासी सुरेंद्र प्रसाद केसरी को गिरफ्तार किया था. मौत के बाद परिजनों ने इलाज में देरी होने के आरोप लगाया है. यह भी कहा कि परिजनों को इसके बारे में कोई सूचना नहीं दी गई थी. परिजन का कहना था कि सुरेंद्र प्रसाद केसरी दिल के मरीज थे. इलाज चल रहा था. उनके दिल में मशीन लगी थी. जेल सुपरिटेंडेंट की ओर से समय पर अस्पताल नहीं भिजवाया गया.


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पहले भी खराब हुई थी तबीयत


इस मामले में भभुआ एसडीएम ने कहा 24 मार्च को एनडीपीएस एक्ट के तहत रोहतास जिले के अमरा तालाब निवासी सुरेंद्र केसरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. बीते 28 मार्च को एक बार तबीयत खराब हुई थी. इलाज कराने के बाद वापस मंडल कारा भेज दिया गया था. दोबारा तबीयत खराब होने पर सदर अस्पताल लाया गया जहां उनकी मौत हो चुकी थी. अब मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में आगे का प्रोसेस किया जा रहा है. डीएसपी सुनीता कुमारी ने कहा कि इसमें किसी की लापरवाही नहीं है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.


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