नवादाः गर्मी दस्तक दे चुकी है और चिलचिलाती धूप से परेशान हो गए हैं और ठंडक का आनंद उठाना चाहते हैं तो चले आइए ककोलत. नवादा जिले के गोविंदपुर में आकर यहां आप 150 फीट की ऊंचाई से गिरने वाले ककोलत वाटर फॉल्स का लुत्फ उठा सकते हैं. गर्मी बढ़ने के साथ-साथ लोगों की भीड़ भी बढ़ने लगी है. इस जलप्रपात के कारण गर्मी के दिनों में पूरा इलाका गुलजार हो जाता है. आसपास के लोग गर्मी से निजात पाने के लिए यहां पहुंचते हैं.
ककोलत नहीं, बिहार का कश्मीर है
स्थानीय लोगों के अनुसार राजगीर और बोधगया आने वाले विदेशी पर्यटक नवादा के ककोलत वाटर फॉल्स को देखने के लिए भी पहुंचते हैं. यहां आने वाले लोग इसे बिहार का कश्मीर कहते हैं. फिलहाल इस साल अभी तक विदेशी सैलानी नहीं पहुंचे हैं. उम्मीद है गर्मी की तपिश के साथ सैलानियों का जमावड़ा लगने लगेगा.
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ककोलत वाटर फॉल्स से कई ऐसे परिवार हैं जिनका जीवन यापन चल रहा है. इसके आसपास दुकान लगाने वाले छोटे-छोटे दुकानदार इस मौसम का बेसब्री से इंतजार करते हैं ताकी पर्यटक आएंगे तो उन्हें भी कमाई होगी और उनका परिवार खुशहाल रहेगा. वर्ष 1986 से दुकान लगाने वाले गोपाल ने बताया कि 2020 से लॉकडाउन लग जाने की वजह से विदेशी सैलानियों के प्रवेश को बंद कर दिया गया था. इसके कारण छोटे-छोटे दुकानदारों के सामने भुखमरी आ गई थी.
सुविधाओं का दिखता है अभाव
वाटर फॉल्स का आनंद लेने पहुंचे कुछ युवकों ने बताया कि जलप्रपात में नहाने का एक अलग ही मजा है. यहां नहाने के बाद राहत मिलती है. कितनी भी गर्मी हो, यहां आकर सब शांत हो जाता है. युवकों ने कहा कि यहां सैलानियों के लिए सुविधाओं को बढ़ाने की जरूरत है. सीढ़ी और रेलिंग तो बना दी गई है लेकिन महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
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