पटना: जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) मंगलवार को कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गए. कन्हैया के साथ ही जिग्नेश मेवानी (Jignesh Mevani) भी कांग्रेस में शामिल हो गए. इधर, कन्हैया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद नया विवाद शुरू हो गया है. कन्हैया पर सीपीआई के पटना स्थित पार्टी दफ्तर से एसी खोलकर ले जाने का आरोप लगा है. इस संबंध में पार्टी दफ्तर के असिस्टेंट सेक्रेटरी ने विकास ने एबीपी न्यूज से बातचीत की.
जाते-जाते लेकर चले गए एसी
सीपीआई कैम्प दफ़्तर के असिस्टेंट सेक्रेटेरी (ऑफिस) विकास का कहना है कन्हैया कुमार लोकसभा चुनाव के दौरान ही दफ्तर के एक कमरे में रहा करते थे. सेंट्रल लीडर भी कई बार पटना आने के दौरान होटल ना लेकर इसी दफ़्तर के कमरों में रुका करते थे. चुनाव के वक्त ही जिस कमरे में कन्हैया थे, उस कमरे में उन्होंने अपने सामान के साथ अपने पैसों से एक एसी भी लगवाई थी.
कई तरह के उठ रहे सवाल
हालांकि, करीब ढाई महीने पहले जब सामान शिफ्ट किया तब उन्होंने एसी भी लेकर जाने की इच्छा जतायी और अपने सामान के साथ उसे भी लेकर चले गए. हालांकि, सीपीआई के इस दफ़्तर के सेक्रेटेरी के कमरे में पहले से भी एसी लगी है. बता दें कि कन्हैया कुमार को नेता बनाने में सीपीआई का बड़ा योगदान है. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान पार्टी ने उन्हें बेगूसराय सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था और बीजेपी (BJP) के कद्दावर नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) के खिलाफ मैदान में उतारा था.
हालांकि, लोकसभा चुनाव में वे भारी मतों के अंतर से गिरिराज सिंह से हार गए थे. लेकिन उस चुनाव ने उन्हें छात्र नेता से जननेता बना दिया था. लेकिन पार्टी छोड़ने से पहले उस पार्टी के दफ्तर से एसी उखाड़ कर ले जाना जिसने उन्हें नेता बनाया है ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. सवाल ये है कि जिस पार्टी ने कन्हैया को छात्र से नेता बना दिया, उस सीपीआई को वे 25-30 हजार रुपए की एक एसी भी नहीं दे पाए. उसे भी जाते-जाते उखाड़ कर लेते गए.
कांग्रेस में जाने पर कही ये बात
इधर, कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने पर सीपीआई के सहायक सचिव (ऑफिस) और समर्थक विकास का कहना है कि ऐसा लग रहा है जैसे कि शरीर का कोई अंग चला गया हो.
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