Bihar News: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और महान समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है. कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय को सही बताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को उनकी 100वीं जयंती पर दिया जाने वाला ये सर्वोच्च सम्मान दलितों, वंचितों और उपेक्षित तबकों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा. उन्होंने कहा कि वो हमेशा से स्व. कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग करते रहे हैं. आज दिए जाने वाले इस सम्मान से उन्हें खुशी मिली है और जेडीयू की वर्षो पुरानी मांग पूरी हुई है.
कब से कब तक सीएम रहे कर्पूरी ठाकुर?
‘जननायक’ के रूप में मशहूर ठाकुर दिसंबर 1970 से जून 1971 तक और दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे. उनका 17 फरवरी, 1988 को निधन हो गया था. बुधवार 24 जनवरी को उनकी 100 जयंती है.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता हो रही है कि भारत सरकार ने समाजिक न्याय के पुरोधा महान जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है. उनकी जन्म-शताब्दी के अवसर पर यह निर्णय देशवासियों को गौरवान्वित करने वाला है. पिछड़ों और वंचितों के उत्थान के लिए कर्पूरी जी की अटूट प्रतिबद्धता और दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ी है. यह भारत रत्न न केवल उनके अतुलनीय योगदान का विनम्र सम्मान है, बल्कि इससे समाज में समरसता को और बढ़ावा मिलेगा."
मांझी बोले- मोदी हैं तो भरोसा है
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा, "13अप्रैल23 को जब मैंने अमित शाह जी से मिलकर कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देने को कहा तो गृह मंत्री जी ने कहा था कि आप भरोसा रखिए,दलित और पिछड़ों को उनका हक मिलेगा. पर आज यह साबित हो गया कि "मोदी की गारंटी" मतलब क्या होता है. धन्यवाद शाह जी एवं नरेंद्र मोदी जी आप हैं तो भरोसा है."
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