Karuna Sagar: एक तरफ कांग्रेस और आरजेडी सीट शेयरिंग कर एक साथ बिहार में लोकसभा का चुनाव लड़ रही है तो वहीं दूसरी ओर पार्टी के नेताओं के दल-बदल का खेल भी जारी है. तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी रहे करुणा सागर ने बुधवार (01 मई) को दिल्ली में आरजेडी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया. बिहार के रहने वाले करुणा सागर आरजेडी में प्रवक्ता पद पर थे. रोचक बात यह है कि आरजेडी और कांग्रेस बिहार में गठबंधन में है.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद करुणा सागर ने कहा कि आज मेरी जिंदगी का अहम दिन है. इस दिन को अहम बनाने के लिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, बिहार कांग्रेस के प्रभारी मोहन प्रकाश का आभार जताया. उन्होंने कहा, "मेरे पिता सरकारी सर्विस में थे. गांधीवादी थे. पूरी जिंदगी खादी पहनी. उनके विचारों की एक छाप मेरी जिंदगी में रही है. दिल्ली विवि से इतिहास की पढ़ाई की. फिर तमिलनाडु में पुलिस की नौकरी की. मेरी विचारधारा हमेशा से प्रगतिशील विचारधारा रही. मेरे रोंगटे खड़े हो रहे हैं. आज कांग्रेस को ज्वाइन करते हुए काफी खुशी हो रही है."
करुणा सागर ने कहा, "जैसा आज देश का माहौल है, इस समय जब संविधान खतरे में है, नागरिक अधिकार खतरे में है. हम ब्यूरोक्रेसी से आते हैं. यह बात बड़ी जिम्मेदारी से कहते हैं कि हमारी तरह बहुत सारे ब्यूरोक्रेट हैं जो अभी नौकरी में हैं वो अपने आप को असहाय महसूस करते हैं. मजबूर महसूस करते हैं. नाखुश हैं. जिस तरह से आज के दिनों में राजनीति हो रही है, आपने मणिपुर की घटना देखी, आपने इसी दिल्ली में पहलवान बच्चियों के साथ क्या हुआ देखा. आज जो लड़ाई कांग्रेस लड़ रही है मैं अपने आप को इस पूरी लड़ाई में एक गिलहरी की भूमिका में देखता हूं. सभी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का और मोहन प्रकाश का दिल से धन्यवाद करता हूं."
बिहार कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश ने क्या कहा?
कांग्रेस के बिहार प्रभारी मोहन प्रकाश ने करुणा सागर को पार्टी की सदस्यता दिलाई. उनका स्वागत किया. इस मौके पर मोहन प्रकाश ने कहा कि करुणा सागर ने दिल्ली में पढ़ाई भी की है. देश के प्रतिष्ठित आईपीएस में रहे हैं. 2006 में राष्ट्रपति ने मेडल भी इन्हें दिया है. ग्रीन कॉरिडोर की हिंदुस्तान में सबसे पहले शुरुआत करुणा सागर ने ही की थी. इसके साथ ही करुणा सागर के बारे में मोहन प्रकाश ने और भी बातें कहीं.
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