कटिहार: सरकारी कार्य का विरोध करना माले विधायक महबूब आलम (Mehboob Alam) को महंगा पड़ गया. बारसोई अनुमंडल के निबंधन कार्यालय में कार्य में बाधा डालने और धरना प्रदर्शन करने के आरोप में माले विधायक महबूब आलम पर थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है. अवर निबंधन कार्यालय के प्रधान लिपिक के द्वारा स्थानीय थाने में अज्ञात बड़ी संख्या में लोगों के साथ-साथ विधायक के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा और अनाधिकृत रूप से धरना प्रदर्शन किए जाने के विरोध में मामला दर्ज करवाया गया है. 22 मई को धरना प्रदर्शन किया गया था, जिसको लेकर अब प्राथमिकी दर्ज हो गई है.
22 मई को किया गया था धरना प्रदर्शन
कटिहार के बारसोई अनुमंडल के अवर निबंधन कार्यालय परिसर को अनाधिकृत रूप से अतिक्रमणकारियों से प्रशासन ने अतिक्रमण मुक्त कराया था. इस मामले को लेकर स्थानीय बलरामपुर विधानसभा क्षेत्र के माले विधायक महबूब आलम ने पीड़ित दुकानदारों और अन्य लोगों के साथ मिलकर 22 मई को निबंधन कार्यालय प्रशासन का विरोध जताते हुए धरना प्रदर्शन किया था. सब रजिस्टार के विरोध में नारेबाजी भी की थी, जिसको लेकर बारसोई अनुमंडल के अवर निबंधन कार्यालय के प्रधान लिपिक सतीश कुमार श्रीवास्तव ने बारसोई थाना में माले विधायक महबूब आलम के विरुद्ध मामला दर्ज करवा दिया है.
रजिस्टार ने विधायक के खिलाफ थाने में आवेदन दिया
रजिस्टार के आवेदन में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि निबंधन कार्यालय बारसोई में स्थानीय विधायक महबूब आलम के नेतृत्व में अचानक अज्ञात लोगों के द्वारा भारी संख्या में कार्यालय के अंदर पहुंचकर कार्य बाधित कर दिया गया. स्थानीय विधायक निबंधन कार्यालय परिसर के आसपास अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों और स्थानीय लोगों के साथ पहुंचे थे, इसलिए विधायक महबूब आलम और अज्ञात लोगों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के अधीन सरकारी कार्य में बाधा डालने और अनाधिकृत रूप से धरना प्रदर्शन करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज किया जाए. इस पर बारसोई थाने में मामला दर्ज हो गया है.
विधायक महबूब आलम अभी पटना में हैं
वहीं, विधायक महबूब आलम फिलहाल पटना में हैं और उन्होंने फोन पर बताया है कि इस मामले को लेकर खुद वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर उन्हें अवगत करवाएंगे, लेकिन मामला दर्ज होते ही विधायक अभी मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं.
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