कटिहार: बिहार के कटिहार जिले में चार दिन पहले रेलवे स्टेशन के वीआईपी गेट के पास से 225 ऑक्सीजन सिलेंडर पुसिल ने संदिग्ध अवस्था में बरामद किए गए थे. इस मामले में जिला पुलिस ने 5 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की है, लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी इस मामले में अभी तक किसी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. जबकि पुलिस ने सिलेंडरों को अवैध मानते हुए कालाबाजारी का मामला दर्ज किया था. गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से अब मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठना शुरू हो गया है.


एसडीपीओ ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस 


ऐसे में एसडीपीओ अमरकांत झा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि जल्द ही इस मामले में अभियुक्तों की गिरफ्तारी होगी. जबकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पांच नामजदों में चार कटिहार के हैं, जिसमें से दो के कटिहार में ही होने की संभावना जताई जा रही है. इसके बावजूद भी इन चारों में से ड्राइवर को छोड़ अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.


कैमरे पर बयानबाजी कर रहे अभियुक्त


मालूम हो कि कटिहार रेलवे स्टेशन के वीआईपी गेट के पास अवैध तरीके से ऑक्सजीन सिलेंडरों को ट्रेन से उतारने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर के कटिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने छापामारी की थी.  इस दौरान ऑक्सीजन गैस के 225 सिलेंडर बरामद किए थे. खाली सिलेंडरों को कालाबाजारी के लिए महाराष्ट्र से मंगाया गया था. इस संदर्भ में नगर थाना में मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि इस मामले में अभियुक्त अजय गुप्ता और ललित अग्रवाल कैमरे पर बयानबाजी करते दिखाई देते हैं, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं.


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