पटनाः भारतीय अर्थशास्त्री कौशिक बसु अपनी नई किताब "पॉलिसीमेकर्स जर्नल: फ्रॉम न्यू देल्ही टू वाशिंगटन, डीसी" को लेकर चर्चा में हैं. हाल ही में आई इस पुस्तक में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तुलना करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बेहतर वक्ता बताया है. दरअसल, डायरी की तरह लिखी अपनी किताब में जिसमें वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार रहते हुए अपने तजुर्बे को साझा कर रहें हैं.


वे 6 फरवरी, 2010, शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में मुख्यमंत्रियों की हुई बैठक का जिक्र कर रहे हैं जो बढ़ती हुई महंगाई दर के लिए बुलाई गई थी जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री भी मौजूद थे. उस बैठक में मौजूद मुख्यमंत्रियों में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को कौशिक बसु ने सर्वश्रेष्ठ वक्ता बताते हुए अपनी किताब में लिखा है, “अगर मुझे दोनों को रैंक करना होता तो मैं नीतीश कुमार को नंबर एक पर रखता.” उन्होंने लिखा है कि नीतीश कुमार की भाषा बहुत अच्छी है और उसमें साहित्यिक प्रभाव है वहीं नरेंद्र मोदी का भाषण उत्तेजित करने वाला है जिसकी तुलना नहीं की जा सकती.     


बसु आगे लिखते हैं कि उन्हें नीतीश कुमार पसंद हैं भले ही उन्होंने कई गलतियां की हैं पर उनकी नीयत अच्छी है. इस दिन की एंट्री में वे गुजरात में 2002 में हुए दंगों की आलोचना भी करते हैं. किताब में एक और जगह वह 8 अप्रैल, 2010, गुरुवार के घटनाक्रम का जिक्र करते हैं जो तत्कालीन प्रधानमंत्री के आवास पर हुए 10 मुख्यमंत्रियों की बैठक के विषय में है. इस बैठक का जिक्र करते हुए भी वे नीतीश कुमार की तारीफ करते हैं, वे कहते हैं कि उन्होंने बहुत ही अच्छी हिंदी में बेहतरीन भाषण दिया जिससे उनकी सुझबुझ और प्रतिबद्धता की झलक मिलती है. जहां एक तरफ वे नीतीश की तारीफ करते हैं वहीं पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य के भाषण को निराश करने वाला बताते हैं. एक मंत्री के भाषण को तो नींद लाने वाला भी बताया, हालांकि उनके नाम का जिक्र नहीं है.


विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री रह चुके हैं कौशिक बसु   


किताब में बिल गेट्स से मुलाकात का भी जिक्र है और ये लिखा गया है कि गेट्स ने 13 मार्च, 2013 को उनसे मुलाकात में बताया कि नीतीश कुमार उनके पसंदीदा व्यक्ति हैं. बता दें कि कौशिक बसु पद्मभूषण से सम्मानित एक भारतीय अर्थशास्त्री हैं, जो 2012 से 2016 तक विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री भी रह चुके हैं. 2009 से 2012 तक, यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान कौशिक बसु ने भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में कार्य किया है. वह कॉर्नेल विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के सी. मार्क्स प्रोफेसर और अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं.


कभी इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विषय में कहा था कि भारत को उनके ही जैसे कई मुख्यमंत्री चाहिए. यहां तक कि कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाने की सलाह भी दी थी. हालांकि बाद में रामचंद्र गुहा का नीतीश से मोहभंग हो गया था.



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