अरुणाचल प्रदेश में JDU में टूट पर केसी त्यागी बोले- गठबंधन धर्म के खिलाफ हुआ काम
केसी त्यागी ने कहा कि कहा कि अरुणाचल की घटना से हमारा दल आहत है. अरुणाचल में गठबंधन धर्म के खिलाफ काम हुआ है. लेकिन बिहार में अरुणाचल के दल बदल का कोई असर नहीं होगा.
पटना: अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह विधायकों द्वारा पार्टी से बगावत कर भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार में भी सियासत गरमा गई है. इस मुद्दे पर बयानबाजी जारी है. इसी क्रम में रविवार को जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पटना में बैठक हुई, जिसमें इस मुद्दे समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई.
बैठक के बाद जदयू महासचिव केसी त्यागी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अरुणाचल की घटना से हमारा दल आहत है. अरुणाचल में गठबंधन धर्म के खिलाफ काम हुआ है. लेकिन बिहार में अरुणाचल के दल बदल का कोई असर नहीं होगा. जैसे तीन लोक से न्यारी काशी, वैसे ही बिहार है, कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
उन्होंने बताया कि कल की बैठक के लिए आज प्रस्ताव तैयार किए गए हैं. हम लोग देश की मौजूदा राजनीतिक हालात पर प्रस्ताव लाएंगे. बिहार में पार्टी की कम सीटों पर आने पर भी बात होगी. बिहार में कोरोना को कैसे काबू में किया गया, इसको लेकर भी प्रस्ताव होगा.
उन्होंने कहा कि आनेवाले महीनों में जिन राज्यों में चुनाव होगा, वहां के बारे में विचार होगा. बंगाल में जदयू चुनाव लड़ेगी, ये फैसला हो चुका है. देश में पार्टी के विस्तार को लेकर भी बैठक चर्चा होगी.
मालूम हो कि पिछले साल अप्रैल माह में सम्पन्न हुए अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 15 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे और 7 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन अब इन सात विधायकों में से 6 भाजपा में शामिल हो गए हैं. भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों का नाम तलेम तबोह, जिक्के ताको, हयेंग मंगफी, दोर्जी वांग्डी खर्मा, डोयू सिंयोग्जु और कांगोगताकू है.
गौरतलब है कि 60 विधानसभा सीटों वाली अरुणाचल प्रदेश में 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 41 सीटो पर जीत हासिल की थी.