Khan Sir Viral Video: खान सर विवाद पर छात्रों ने नेताओं को दी नसीहत, कहा - बंद करो राजनीति, हमें बस पढ़ना है
Khan Sir Controversy : खान सर विवाद पर बीजेपी समर्थन में आ गई है. बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि खान सर की बातों पर विवाद खड़ा करके कांग्रेस को कोई राजनीतिक लाभ नहीं होने वाला है.
पटना: राजधानी पटना के कोचिंग संचालक खान सर(Khan Sir) एक बार फिर विवादों में आ गए हैं. अब खान सर का एक पुराना वीडियो वायरल (Khan Sir Viral Video) हो रहा है, जिसमें खान सर द्वंद-समास पढ़ा रहे हैं. इसमें उनके दिए उदाहरण को लेकर विवाद(Khan Sir Controversy) छिड़ गया है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई राजनीतिक दिग्गज खान सर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. वहीं, इस विवाद पर खान सर के समर्थन में छात्र- छात्राएं उतर गए हैं. उनका कहना है कि खान सर का नाम लेकर नेता अपनी राजनीति चमका रहे हैं.
मामला क्या है
खान सर इन दिनों एक वीडियो को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. हालांकि ये वीडियो अभी का नहीं है. इसमें खान सर द्वंद-समास पढ़ा रहे हैं. इसका उदाहरण देते हुए बता रहे हैं कि सुरेश जहाज उड़ा रहा है और अब्दुल जहाज उड़ा रहा है, दोनों में अंतर हो जाता है. सुरेश के जहाज उड़ाने का मतलब जहाज उड़ाना हो गया लेकिन अब्दुल का जहाज उड़ाने का मतलब भड़काने जैसा अर्थ हो जाता है. वहीं, इस पर कांग्रेस नेता सुप्रिया त्रिनेत ने खान सर की गिरफ्तारी की मांग की हैं, जिसके बाद खान सर के छात्र आक्रोशित हो गए हैं. हालांकि खान सर मंगलवार कोचिंग में नहीं दिखे, बताया गया कि वो अभी बिहार से बाहर हैं.
'खान सर का नाम लेकर नेता अपनी पहचान चमकाते हैं'
इस विवाद को लेकर छात्रों को कहना है कि खान सर पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. खान सर उदाहरण देकर हम लोग को पढ़ाते हैं. नेता लोग खान सर का नाम लेकर अपनी पहचान चमकाते हैं. उन लोगों को कम से कम हम लोग की शिक्षा पर तो राजनीति नहीं करनी चाहिए. खान सर ऐसे शिक्षक हैं जिसके पास गरीब से गरीब बच्चे पढ़ाई करने आते हैं. नेता लोग खान सर के खिलाफ बयानबाजी देकर उन गरीब बच्चों के भविष्य को खराब कर रहे हैं. खान सर सिर्फ हम छात्र-छात्राओं के बारे में सोचते हैं. वहीं, खान सर के एक कर्मचारी ने बताया कि इस वीडियो में ऐसा कुछ नहीं है. खान सर बच्चों को द्वंद- समास पढ़ा रहे हैं. ये काफी पुराना वीडियो है.
'कांग्रेस को हिंदी की समझ नहीं'
वहीं, इस मामले पर बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि खान सर की बातों पर विवाद खड़ा करके कांग्रेस को कोई राजनीतिक लाभ नहीं होने वाला है. कांग्रेस पार्टी का सेंस ऑफ ह्यूमर लगातार असफलताओं के वजह से खत्म हो चुका है. खान सर द्वारा 'सुरेश' और 'अब्दुल' का उदाहरण देकर बोली गई बातों को 'राहुल' और 'पप्पू' के संदर्भ में बखूबी से समझा जा सकता है. कांग्रेस अंग्रेजी एलिट का पार्टी है और उनके नेताओं को हिंदी व्याकरण और संधि- समास इत्यादि के बारे में बहुत ज्यादा समझ भी नहीं होगी. कांग्रेस राजनीति करने की कोशिश ना करें बल्कि कोई गंभीर विषय ढूंढ कर उसको मुद्दा बनाएं.
ये भी पढ़ें: Khan Sir Controversial Statement: क्या खान सर को अब गिरफ्तार किया जाएगा? अब्दुल और सुरेश के चक्कर में फंसे!