गोपालगंजः जादोपुर थाने के विशुनपुर गांव से अगवा किसान की हत्या कर दी गई. 11 दिनों के बाद जाकर उसके शव को विशंभरपुर थाने के मटिहनिया गांव में गंडक नदी के किनारे से बरामद किया गया है. पुलिस ने हत्या के बाद नदी में शव फेंके जाने की आशंका जताई है. फिलहाल इस मामले में एक नामजद आरोपित शिव बैठा जेल में है. सोमवार की सुबह पुलिस ने शव को बरामद करने के बाद सदर अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम कराया उसके बाद परिजनों को दाह संस्कार के लिए सौंप दिया.


परिजनों के अनुसार मृतक डोमा मुसहर की निर्मम तरीके से हत्या की गई है. जिस हाथ में गोदन था, उस हाथ को अपराधियों ने काट दिया था, ताकि शव मिलने के बाद भी मृतक की पहचान न हो सके. पुलिस की जांच के मुताबिक घटना के दिन ही किसान की हत्या कर दी गई थी. जादोपुर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि हत्या के मामले की जांच चल रही है. एक आरोपित जेल जा चुका है, अन्य कितने लोग वारदात में शामिल थे, इसकी जांच चल रही है.


क्या है पूरा मामला


जादोपुर थाने के विशुनपुर गांव के ढेली मुसहर के 45 वर्षीय पुत्र डोमा मुसहर को 14 जुलाई को उनके साथ काम करने वाले शिव बैठा समेत अन्य लोगों ने बुलाकर अपहरण किया. परिजनों ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मृतक डोमा मुसहर का साइकिल शिव बैठा के घर से मिला. इस मामले में शिव बैठा को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान बार-बार शिव बैठा बयान बदल रहा था. पुलिस ने पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. इस बीच रविवार की देर शाम नदी के किनारे उसका शव मिला.


डोमा मुसहर का परिवार बेहद गरीब है. इकलौता खेत में मजदूरी कर कमानेवाला परिवार का सदस्य था. हत्या के बाद पूरा परिवार बिखर गया. दाह संस्कार के लिए भी पैसे नहीं थे. गांव के पूर्व सरपंच गुड्डू कुमार श्रीवास्तव ने दाह संस्कार के लिए आर्थिक मदद की. आसपास के लोगों ने भी पीड़ित परिवार को सरकार से मुआवजा देने की मांग की.


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