Bihar Education Department: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) ने दक्ष मिशन को लेकर पदाधिकारियों को नया टास्क दे दिया है. मंगलवार (07 मई) की शाम हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान केके पाठक ने निर्देश दिया है कि जांच के दौरान पदाधिकारी स्कूल में बच्चों का टेस्ट लेंगे. ग्रीष्मावकाश में दक्ष मिशन के 22 दिन बीत चुके हैं. ऐसे में अभी तक सभी बच्चों की तैयारी कितनी कराई गई है इसकी पूरी जानकारी लेनी है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केके पाठक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि जांच टीम के अधिकारी निर्धारित समय आठ बजे से पूर्व स्कूल के मुख्य द्वार पर पहुंच जाएंगे. पहुंचते ही स्कूल की फोटो भेजेंगे. आठ बजते ही शिक्षकों की उपस्थिति पंजी की फोटो भी विभाग को भेजेंगे. इसके आधार पर शिक्षकों की अनुपस्थिति रिपोर्ट डीईओ कार्यालय में तैयार की जाएगी. अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन भी काटा जाएगा.
'...तो पदाधिकारियों पर भी होगी कार्रवाई'
अपर मुख्य सचिव ने स्प्ष्ट शब्दों में कहा कि अगर निरीक्षी पदाधिकारी जांच के समय स्कूलों में शिक्षकों से मैनेज करते हैं, तो उनके ऊपर कार्रवाई करने के लिए विभाग बाध्य हो जाएगा. प्रतिदिन स्कूलों की जांच आवश्यक है. लक्ष्य के अनुरूप कम जांच करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश अपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया.
पदाधिकारियों का भी कटेगा वेतन
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जो निरीक्षी पदाधिकारी बेहतर ढंग से कार्य नहीं करते हैं उनके भी वेतन काटे जाएंग. इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बता दें कि गोपालगंज में प्लस टू स्कूलों की संख्या 246 है जबकि प्रारंभिक स्कूलों की संख्या 1760 है. इस प्रकार कुल 2006 स्कूलों की प्रतिदिन जांच शिक्षा विभाग की ओर से कराई जा रही है. 230 जांच अधिकारियों की टीम बनी है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष गुप्ता ने बताया है कि स्कूलों में गड़बड़ी पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जा रहा है. सबको दंड दिया जा रहा है, ताकि हर हाल में स्कूलों की स्थिति में पूर्ण रूप से सुधार हो सके.
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