बिहारः CM नीतीश के बचपन के ‘सपनों’ की उड़ान में पंख लगाएगा ये नंबर- 9473400600, आप भी उठा सकते हैं फायदा
नंबर जारी कर नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. इस नंबर पर आप भी संपर्क कर सकते हैं, लेकिन इससे पहले यह जान लीजिए कि किस चीज के लिए यह नंबर जारी हुआ है.
पटनाः जब भी आप एक बड़े ओहदे पर जाते हैं और आपको कोई जिम्मेदारी मिलती है तो सामने सिर्फ चुनौती होती है. ऐसी चुनौतियों से बिना घबराए बिहार के एक बड़े अधिकारी ने अपना नंबर जारी कर दिया है जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के बचपन के सपनों की उड़ान में पंख लगाएगा. नंबर जारी कर एक तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. इस नंबर पर आप भी संपर्क कर सकते हैं, लेकिन इससे पहले यह जान लीजिए कि किस चीज के लिए यह नंबर जारी हुआ है.
मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) ने बीते सोमवार को यह नंबर जारी किया है. उनका यह वॉट्सएप नंबर है. अब आप शराबबंदी से संबंधित किसी तरह की सूचना आप इस नंबर पर दे सकते हैं. इतना ही नहीं बल्कि सूचना देने वाले का नाम पता भी गुप्त रखा जाएगा. आपको बता दें कि बेहद सख्त माने जाने वाले अधिकारी केके पाठक ने अपना नंबर जारी कर शराबबंदी को सफल बनाने के लिए एक तरह से पहल की है. खुद एबीपी न्यूज से केके पाठक ने इसकी जानकारी दी.
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ड्रोन के जरिए की जाएगी निगरानी
मद्य निषेध विभाग ने शराब माफिया के खिलाफ नकेल कसने के लिए कमर कसी ली है. आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रत्येक जिले में 50 किलोमीटर की दूरी पर एक गश्ती दल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. नदियों के माध्यम से अवैध शराब की खेप की आवक को रोकने के लिए रिवर पेट्रोलिंग को और दुरुस्त किया जाएगा. इसके साथ ही अवैध देसी शराब बनाने वाले लोगों पर अब ड्रोन के जरिए निगरानी भी की जाएगी.
उत्पाद आयुक्त ने बताया विभाग में कार्य बल की कमी को देखते हुए पुलिस विभाग से तीन पुलिस उपाधीक्षक, 11 पुलिस निरीक्षक, 104 पुलिस अवर निरीक्षक और 244 आरक्षी बल की प्रतिनियुक्ति के लिए अभियाचना भेजी गई है. इसके साथ ही सभी चेकपोस्ट को सुधार किया जा रहा है. लगातार मद्य निषेध विभाग की ओर से अवैध शराब के अड्डों को भी ध्वस्त किया जा रहा है. जहरीली और देसी शराब की खेप शहर में ना आ सके और इसका भंडारण और निर्माण न हो इसके लिए ड्रोन के जरिए संदिग्ध स्थानों पर नजर होगी.
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