पटना: बिहार में प्रथम चरण की शिक्षक बहाली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. लगभग एक लाख 20 हजार 336 शिक्षकों की बहाली हुई है. स्कूलों में योगदान देकर ट्रेनिंग ले रहे हैं. ट्रेनिंग सेंटर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) लगातार निरीक्षण भी कर रहे हैं. गुरुवार (23 नवंबर) को केके पाठक बक्सर जिले के दौरे पर थे. डुमरांव के जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का निरीक्षण किया. उन्होंने शिक्षकों को सख्त निर्देश दिया कि वे स्कूल से 15 किलोमीटर के अंदर ही रहें. यह भी कहा कि गांव में नहीं रहना है तो जा सकते हैं.


शिक्षकों से केके पाठक ने कहा कि आप लोग अच्छे से ट्रेनिंग कीजिए, टेक्नोलॉजी को हम लोग बढ़ाएंगे. आने वाले पांच साल में देखिएगा शिक्षा लेने का और देने का माहौल बदल जाएगा. सब कुछ कंप्यूटर से होगा. स्कूलों में अकाउंट का काम भी आप लोग करेंगे, जो प्रधानाध्यापक हैं उन्हें भी आप लोग मदद कर सकेंगे.



साथ में दो-तीन लोग मिलकर रहें: केके पाठक


शिक्षकों ने आपबीती सुनाई तो केके पाठक ने कहा कि जब तक सरकार आप लोगों के रहने की व्यवस्था नहीं करती है तब तक आप लोग अपने स्कूल के 15 किलोमीटर के दायरे में रूम ले लीजिए. 50 किलोमीटर से आना जाना संभव नहीं होगा और यह हम मान्य नहीं करेंगे. सुझाव दिया कि दो-तीन लोग मिलकर भी आप लोग रूम ले सकते हैं. कहा कि एक पंचायत मुख्यालय में दो-तीन या चार स्कूल भी होते हैं, किसी पंचायत मुख्यालय में आप लोग तीन- चार लोग एक साथ रह सकते हैं. केके पाठक ने कहा कि गांव में रहना अच्छा होता है. गांव में रहेंगे तो पढ़ाई का माहौल बनेगा. अंत में फरमान भी दिया कि आप लोग में से किसी को अगर गांव में रहना पसंद नहीं है तो आप लोग जा सकते हैं.


केके पाठक ने कहा कि दूर से आइएगा तो आप लोग समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाएंगे और इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. 9 बजे की जगह आप 10 बजे स्कूल पहुंचेंगे. धीरे-धीरे यह आदत बन जाएगी. तीन-चार महीने में आप फिर 10 बजे के बजाय 11 पहुंचने लगेंगे. लौटने के लिए 4 बजे के बजाय 3  बजे ही निकल जाएंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में पहले शिक्षा की यह स्थिति चल रही थी लेकिन अब हमने इसे खत्म कर दिया है.


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