पटना: सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में उनके पिता केके सिंह की ओर से रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने में CMO के हस्तक्षेप की बात सामने आई है. यह बात सामने आने के बाद सब जानना चाहते हैं कि आखिर किस तरह से सीएम नीतीश ने सुशांत के परिजनों की मदद की है? ऐसे में बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने इन सभी सवालों पर विराम लगा दिया है.
संजय झा ने बताया, " नीतीश जी FIR कराने में कभी इंटरफेयर नहीं करते हैं, ये बात सभी जानते हैं. उन्होंने सबको फ्री हैंड दिया है कि कोई भी अगर पुलिस को अप्रोच करेगा तो नॉर्मल रूप से अगर वो संतुष्ट हैं तो वो उनका FIR ले लें. नीतीश जी का ये कनशर्न जरूर है कि एक लड़के ने बिहार से निकलकर अपने लिए इतना बड़ा जगह बनाया और इतने कम उम्र में चला गया, इसको लेकर वो दुःखी हैं और वो भी चाहते हैं कि उनके परिवार को न्याय मिले. न्याय दिलाने में जो भी सहयोग बिहार सरकार को करना होगा वो जरूर करेगी. जैसा उनका परिवार चाहेगी बिहार सरकार उसमे उनको सहयोग करेगी."
मामले की सीबीआई जांच कराने के संबंध में संजय झा ने कहा, "ये उनके परिवार को तय करने देना उचित होगा, अगर उनको लगता है कि बिहार पुलिस इस मामले में सही जांच कर सकती है और उन्हें ऐसा लगा होगा तभी उन्होंने बिहार पुलिस से अप्रोच किया है. अगर उनको लगता कि बिहार पुलिस जांच न कर के कोई और एजेंसी इसकी जांच करे तो निश्चित रूप से सरकार उनको सहयोग करेगी.''
उन्होंने कहा, "सुशांत ने बिहार से निकल कर मुंबई में जाकर अपनी जगह बनाई. ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि किस परिस्थिति में उनकी मौत हुई है. सभी चाहते हैं कि सही बात सामने आए. उनके परिवार ने मुख्यमंत्री से संपर्क किया, स्थिति बताई और फिर उनके पिता ने यहां के पुलिस को अप्रोच किया. सबसे बड़ा लॉस उनके पिता को हुआ है और वो सफर नहीं कर सकते हैं और न्याय भी सबसे पहले उनके पिता और परिवार को चाहिए और जो बातें सामने आ रही है, इसमें उनके पिता ने पूरे डिटेल में बातें रखी हैं. वो कई नाम बता रहे हैं कि उनके पास जानकारी हो सकती है और वो यह चाहते हैं कि उस दिशा में जांच हो और इसके लिए उन्होंने बिहार पुलिस से अप्रोच किया है और निश्चित तौर पर जो लोग नीतीश कुमार को जानते हैं, वो तेजी से न्याय में विश्वास रखते हैं और उनकी भी यही इच्छा है कि न्याय मिले."
संजय झा ने कहा, "ये मेरे कन्विंस होने की बात नहीं है. इस मामले में पुलिस को कन्विंस होना था पर ये जरूर है कि उनके पिता द्वारा पहला FIR किया गया है, मुंबई में तो जांच चल रहा है. मुझे ऐसा लगता सभी चाहते हैं न्याय मिले, उद्देश्य यही है कि जिस परिस्थिति में डेथ हुआ वह सामने आए और उसमें फेयर तरीके से न्याय मिले. उनके पिता और परिवार ने बाई नेम चार्ज लगाया है और बिहार पुलिस को इसमें जांच करने देना चाहिए. अगर उनको लगेगा कि ठीक से जांच नहीं हो रही तो निश्चित रूप से कोई और तरीके से जांच होगी."