भारत के उत्तर पूर्व में बिहार है. इसकी राजधानी पटना है. इस राज्य का इतिहास 600 ईसा पूर्व पुराना है. पटना का पुराना नाम पाटलिपुत्र है. समय के साथ पटना का नाम पाटलिग्राम, कुसुमपुर, अजीमाबाद हुआ. इस राज्य में मौर्य सामाज्य और बौद्ध धर्म का विकास हुआ. सम्राट अशोक का जन्म बिहार के पाटलीपुत्र (पटना) में ही हुआ था. इसके अलावा भगवान बुद्ध को ज्ञान बिहार में ही प्राप्त हुआ था. आइए जानतें है बिहार की उन चीजों के बारे में जिसे जानकर हर बिहार को गर्व होगा.


Proud of Bihar: इन 10 बातों को जानकर दुनिया में कहीं भी बसे बिहारी को होगा गर्व


1. अहिंसा की उत्पत्ति


अहिंसा की अवधारणआ की उत्पत्ति बिहार में ही हुई है. भगवान महावीर और भगवान बुद्ध का संबंध बिहार से ही है. तकरीबन 2600 साल पहले जैन धर्म और बौद्ध का जन्मस्थान बिहार ही है.


2. सबसे पुराना हिंदू मंदिर- Mundeshwari Temple




भारत का सबसे पुराने हिंदू मंदिरों में से एक मुंडेश्वरी मंदिर बिहार में ही है. यह मंदिर पंवरा पहाड़ी के शिखर पर स्थित है. इसकी ऊंचाई लगभग 600 फीट है. साल 1812 से लेकर साल 1904 तर ब्रिटिश यात्री आर.एन. मार्टिन, फ्रांसिस बुकानन और ब्लाक ने इस मंदिर का भ्रमण किया था. पुरातत्वविदों के अनुसार यहां के शिलालेख 389 ईस्वी के हैं.


3. गुरु गोबिंद सिंह का जन्म स्थान


सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह का जन्म बिहार के पटना में हुआ था. यहां पर तख्ता श्री पटना साहिब सिख धर्म से जुड़ा एक ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है. इसे महाराजा रणजीत सिंह ने बनवाया था.


4. व्यापार और संस्कृति का केंद्र


बहुत ही कम लोगों को पता है कि वैदिक काल में बिहार व्यापार और संस्कृति का केंद्र था. मगध, वैशाली, मिथिला, शाक्य प्रदेश, विज्जी और जनक यहां के प्रमुख नगर थे.


5. ज्ञान का केंद्र रह चुका है बिहार


प्राचीन काल में बिहार शिक्षा, संस्कृति और शक्ति का केंद्र था. प्राचीन विश्वविद्यालय में से एक नालंदा  विश्वविद्यालय बिहार में ही है. बौद्ध धर्म से जुड़े अनेक देशों के छात्र यहां पढ़ाई करते थे. इस विश्वविद्यालय में लगभग 10,000 छात्र और 2,000 शिक्षक थे. आज यह विश्वविद्यालय यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की लिस्ट में शामिल है. 


6. देश को सबसे अधिक आईएसएस देने वाला दूसरा राज्य


बिहार को अक्सर मजदूरों का राज्य माना जाता है. देश के हर राज्यों में बिहार के मजदूर काम करते हुए मिल जाते हैं. लेकिन यह भी सत्य है कि बिहार ऐसा दूसरा राज्य है जहां से सबसे अधिक बच्चें आईएएस क्वालीफाई करते हैं. बिहार को आईएस प्रोडक्ट फैक्ट्री माना जाता है.


7. वैदिक काल से मनाए जाने वाला छठ पूजा


बिहार का प्रमुख त्योहार छठ पूजा है. यह त्योहार प्राचीन वैदिक काल से मनाया जा रहा है. छठ पूजा छठी मईया और भगवान सूर्य को समर्पित है. यह पूजा 4 दिनों तक चलता है. इस दौरान महिलाएं व्रत रहती हैं. छठ पूजा बिहार की संस्कृति और प्रतिष्ठा का प्रतीक है.


8. बिहार का फेमस व्यंजन लिट्टी चोखा




लिट्टी चोखा को बिहार का प्रसिद्ध व्यंजन माना जाता है. लिट्टी एक आटे का गोला होता है जिसे जलते अलाव पर सेका जाता है. लिट्टी के भीतर सत्तू का मसाला भी भरा जाता है. अगर चोखे की बात करें तो चोखा आग पर सेके गए आलू, बैंगन, टमाटर से बनाया जाता है. लिट्टी चोखा सबसे आसानी से बनने वाले व्यंजनों में से एक है. बिहार के अलावा लिट्टी चोखा उत्तर प्रदेश के पुर्वांचल में भी फेंमस है. 


9. नांलदा पुस्तकालय


नालंदा पुस्तकालय ने विशेष रूप से ईरान, कोरिया, चीन, जापान और ग्रीस के लोगों को आकर्षित किया. यह दुनिया की सबसे बड़ी पुस्तकालयों में से एक था. लेकिन तु्र्की शासक बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में आग लगवा दी. ऐसा माना जाता है कि यह लाइब्रेरी इतनी बड़ी थी कि यह तीन महीने तक जलता रहा.


10. महाबोधि मंदिर






महाबोधि मंदिर बिहार के बोधगया में स्थित है. यह गंगा नदी के मैदानी भाग में स्थित है. यह मंदिर बौद्ध धर्म के लिए खास है. यहीं पर भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति हुई थी. यह मंदिर बिहार से 115 किलोमीटर दूर स्थित है. महाबोधि मंदिर यूनेस्को के वर्ल्ड हरिटेज साइट में शामिल है. 


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