BJP ने CM को बताया शातिर दिमाग, निखिल आनंद बोले- नीतीश किसी को भी ठिकाने लगा सकते, RJD की भी आएगी बारी
Kurhani By Election 2022: कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुढ़नी उपचुनाव के लिए प्रचार प्रसार करेंगे. निखिल आनंद ने गोपालगंज और मोकामा नहीं जाने को लेकर उनको घेरा है.
पटना: बिहार में कुढ़नी उपचुनाव (Kurhani By Elections 2022) को लेकर हलचल है. नेताओं के प्रचार प्रसार चल रहे. कल शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) कुढ़नी में प्रचार के लिए जाएंगे. इसपर गुरुवार को बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और बीजेपी प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद (Nikhil Anand) मुख्यमंत्री नीतीश पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सीएम मोकामा और गोपालगंज नहीं गए, लेकिन कुढ़नी जाने के लिए जोर शोर लगा रहे हैं. वो आरजेडी को जल्द उनकी हैसियत दिखाएंगे. अभी सीट हासिल करने में लगे हैं. कहा कि इस तरह की राजनीति करना उनकी यूएसपी है.
सीएम की राजनीति की यूएसपी
निखिल ने बताया कि नीतीश कुमार राजनीतिक जिंदगी में जब भी कमजोर पड़े तो आदतन दम साधकर चुप्पी धारण कर लेते हैं, लेकिन जब भी मजबूत होते हैं तो अपना शातिर दिमाग भिड़ाकर दूसरों को ठिकाने लगाने से बाज नहीं आते. यही उनकी राजनीति की यूएसपी है. नीतीश कुमार आरजेडी के मुकाबले खुद को और अपनी पार्टी को मजबूत करने की फिराक में हैं, लेकिन फिलहाल कमजोर हैं तो मजबूर दिख रहे हैं. इधर, जैसे ही नीतीश कुमार अपने अभियान में सफल होंगे आरजेडी को उसकी सही जगह और हैसियत बताने से नहीं चुकेंगे.
मोकोमा-गोपालगंज नहीं गए और कुढ़नी के लिए बैचेन
उन्होंने कहा कि आरजेडी को जेडीयू से अलग बहुमत प्राप्त करने के लिए मोकामा जीतने के बाद अब सिर्फ तीन सीटें ही चाहिए. जाहिर है कि कुढ़नी आरजेडी की सीट थी, लेकिन येन- केन प्रकारेण कवायद कर जेडीयू कोटे में नीतीश ने इसे ले लिया है. आगे कहा कि वो मोकामा और गोपालगंज प्रचार में जाने से कतराते रहे. बहाना तक बनाया क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि आरजेडी की सीटों की संख्या बढ़े. अब कुढ़नी को प्रतिष्ठा का सवाल बना कर नीतीश कुमार खूद जोर-शोर से प्रचार करने जा रहे हैं.
मिस्टर यू-टर्न
निखिल आनंद ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार मिस्टर यू-टर्न के नाम से लोकप्रिय तो हैं ही वे घोर अवसरवादी व्यक्ति भी हैं. जेपी आंदोलन के दौरान लालू प्रसाद के मुकाबले नेतृत्व के स्तर पर खड़ा न हो पाने की कुंठा लेकर घूमते थे. जेपी सहित नेताओं से लालू यादव की शिकायत करते फिरते थे. कर्पूरी ठाकुर ने जब पिछड़ा आरक्षण लागू किया तो यही नीतीश कुमार और ललन सिंह आरक्षण के खिलाफ पर्चा छपवा कर बंटवाते फिरते थे. बीजेपी की पीठ पर बैठकर राजनीति करते रहे. अब मौका देखकर आरजेडी की गोद में बैठकर राजनीति कर रहे हैं.