पटना: बिहार में कुढ़नी विधानसभा सीट पर पांच दिसंबर को उपचुनाव होना है. अलग-अलग पार्टियां रणनीति बना रही हैं. तैयारी है कि कैसे इस सीट को जीत लिया जाए. इधर, कुढ़नी उपचुनाव को लेकर शुक्रवार को बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की (Bihar BJP Core Committee Meeting) बैठक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) के आवास पर दिल्ली में हुई. बैठक की अध्यक्षता बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल (Bihar BJP Sanjay Jaiswal) ने की. इस दौरान कुढ़नी के लिए दो नामों पर चर्चा हुई जिसे बीजेपी प्रत्याशी बना सकती है.


इस बैठक में पूर्व विधायक केदार गुप्ता पर फिर से एक बार दांव लगाने पर कई सदस्यों ने राय दी तो वहीं कुछ ने कहा कि पूर्व मंत्री बसावन भगत को लड़ाना चाहिए. इस दौरान कुछ और नामों पर भी चर्चा हुई. हालांकि ज्यादा संभावना है कि पार्टी केदार गुप्ता पर ही दांव लगा सकती है. बैठक में बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े, सुशील कुमार मोदी समेत अन्य कई नेता मौजूद रहे.






क्यों फाइनल हो सकते हैं ये नाम?


गौरतलब है कि कुछ दिन पहले हुई वर्चुअल रूप से चुनाव समिति की बैठक में भी भारतीय जनता पार्टी ने इन्हीं दो नामों की सिफारिश केंद्रीय नेतृत्व से की थी. बीजेपी का कहना था कि कुढ़नी के लिए केदार गुप्ता और बसावन भगत में से कोई एक प्रत्याशी के रूप में होने चाहिए. इसलिए यह माना जा रहा है कि रेस में शामिल इन्हीं दोनों नामों में से एक को फाइनल किया जा सकता है.


जातियों का बड़ा इफेक्ट


बता दें कि कुढ़नी में भूमिहार, कोइरी, मल्लाह, यादव वोटरों की संख्या अच्छी खासी है. मुसलमान और वैश्य वोटर भी प्रभावशाली हैं. वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने यहां से चुनाव लड़ने का एलान किया है. एमआईएम ने भी उम्मीदवार उतारने का एलान किया है. जातियों का बड़ा इफेक्ट भी दिखेगा. आरजेडी के अनिल सहनी की विधायकी घोटाले के आरोप में गई है. इसी के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है.


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