पटना: मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा सीट (Kurhani Vidhansabha) पर दिसंबर में उपचुनाव है. शनिवार को जेडीयू ने मनोज कुशवाहा (JDU Manoj Kushwaha) को टिकट दिया. महागठबंधन की ओर से इस बार उपचुनाव में जेडीयू ने अपना उम्मीदवार उतारा है. जाहिर है कि लंबे समय बाद उम्मीदवार उतारने के बाद अब जेडीयू जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का दम लगाएगी. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish Kumar) का भी एक अहम रोल रहेगा. बीते मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में वो प्रचार प्रसार के दौरान नहीं गए, लेकिन कुढ़नी में अपनी पार्टी के प्रत्याशी के लिए वोट अपील करने वो जरूर जा सकते हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कैसे रहेंगे चुनाव गतिविधियों में आगे
इससे पहले देखा जाए तो दरभंगा का कुशेश्वर स्थान हो या मुंगेर का तारापुर हो. नीतीश कुमार अपने प्रत्याशी के लिए खुद वोट मांगने चुनाव प्रचार में पहुंचे हैं. उनका मनोबल बढ़ाया है. मोकामा और गोपालगंज में हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य का हवाला दिया और वहां से आरजेडी के उम्मीदवार भी थे. मुख्यमंत्री ने इसमें कुछ खास दिलचस्पी नहीं दिखाई. कुढ़नी में पूरी संभावना है कि वह चुनाव प्रचार में जरूर शामिल होंगे. जेडीयू इसके लिए स्टार प्रचारक की सूची भी निकालेगी.
जेडीयू के लिए अहम होगी ये सीट
मनोज कुमार सिंह साल 2005 से साल 2015 तक इस सीट पर जेडीयू के विधायक रहे. उसके बाद साल 2015 में बीजेपी के केदार गुप्ता ने जेडीयू के मनोज कुमार को हराया था. वहीं साल 2020 में आरजेडी बाजी मार गई थी. हालांकि उस वक्त मुख्यमंत्री नीतीश एनडीए में थे, लेकिन अपना प्रत्याशी नहीं उतार पाए थे. आरजेडी से अनिल कुमार साहनी विधायक बने थे. अब 2022 में जेडीयू ने अपना प्रत्याशी उतारा है तो जाहिर सी बात है जीत के लिए भी खास तैयारियां रहेंगी. हालांकि आरजेडी ने जेडीयू के कहना पर ही सीट छोड़ी. ललन सिंह ने इसके लिए लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी का आभार भी जताया है.
साल 2020 में चंद वोटों से अनिल साहनी ने जीत दर्ज की थी
साल 2020 में बीजेपी से केदार गुप्ता लड़े थे. जेडीयू एनडीए के साथ गठबंधन में थी. वहीं आरजेडी के मुकेश साहनी जो काफी लोकप्रिय माने जाते हैं उन्होंने एनडीए को मात दी थी और बीजेपी विधायक को ज्यादा नहीं महज 712 वोटों के अंतर से हरा दिया था. अनिल साहनी को कुल 77549 मत प्राप्त हुए हैं, जबकि दूसरे स्थान पर रहे केदार गुप्ता को 77837 मत मिले थे.
चुनावी सभाओं में भरेंगे हुंकार
बिहार में सभी उपचुनाव के दौरान नेताओं की ताबड़तोड़ रैलियां होती हैं. गोपालगंज और मोकामा में भी तेजस्वी यादव और जेडीयू के कई नेताओं ने खूब दमखम भरा. बीजेपी ने भी पूरी ताकत झोंकी. इससे पहले तारापुर और कुशेश्वर स्थान में भी मुख्यमंत्री सहित सभी नेताओं ने जमकर ताकत दिखाई थी. बोचहां में भी खूब रैलियां हुई थी. इसी तरह कुढ़नी में भी महागठबंधन के नेता जमकर रैलियां करेंगे. नीतीश कुमार भी इसमें शामिल हो सकते हैं क्योंकि उम्मीदवार उनकी ही पार्टी का है. वह पहले भी रैलियों में अपने उम्मीदवारों के लिए वोट अपील करने जाते रहे हैं.
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