पटना: मुजफ्फरपुर की कुढ़नी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी को जीत मिल गई है. बीजेपी (BJP) से केदार प्रसाद गुप्ता (BJP Kedar Prasad Gupta) ने यह सीट जीती है. चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बीजेपी के लिए कुढ़नी में प्रचार प्रसार किया था. उनकी मेहनत को भी इस चुनाव में अहम माना जा रहा है कि बीजेपी की बत्ती जलाने में चिराग का भी हाथ है. इस मामले में चिराग पासवान की पार्टी का बयान भी अब सामने आने लगा है. अब ऐसा लग रहा है कि चिराग का एनडीए में आने के बाद कद भी बढ़ सकता है.


गुरुवार को कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार की जीत पर लोजपा रामविलास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुढ़नी की जनता को बधाई दी. इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अरूण कुमार, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सत्यानन्द शर्मा, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय मौजूद थे. इस दौरान कहा गया कि कुढ़नी की जीत से साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विश्वसनीयता समाप्त हो गई है. उनका आधार वोट मुख्य रूप से दलित, अतिपिछड़ों का वोट बैंक समाप्त हो गया है. यह वोट बैंक चिराग पासवान के साथ तेजी से जुड़ा है.


चिराग पासवान का जादू कायम: विनीत सिंह


वहीं एलजेपी प्रवक्ता प्रो. डॉक्टर विनीत ने बीजेपी और विशेष कर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को बधाई दी. यह विशेष बधाई इसलिए क्योंकि 2020 में नीतीश कुमार बीजेपी से लड़े थे तो केदार प्रसाद गुप्ता की हार हुई थी, लेकिन अब चिराग पासवान बीजेपी के साथ हैं तो वहां पर एनडीए की जीत हुई है. विनीत सिंह ने कहा कि इस जीत ने बता दिया कि चिराग पासवान का जादू कायम है जो मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में भी देखने को मिला. कहा कि जनता ने यह भी बता दिया है कि नीतीश कुमार का विश्वासघात जनता को रास नहीं आई है.


चिराग की इन बातों का भी हो सकता है असर


बीजेपी की जीत की एक और वजह मानी जा रही है कि चिराग पासवान ने रोड शो किया था. उसमें पासी समाज और पासवान समाज को कहा था कि यह दोनों जातियां एक ही हैं जिसके कारण दलित वोट बीजेपी के खाते में गया है और ऐसा लग रहा है कि चिराग पासवान कुढ़नी उपचुनाव में भी कामयाब हो गए. अभी के समय में पासी समाज के लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से खफा हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कुढ़नी में पासी समाज ने चिराग पासवान की बात को माना है.


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