Lakhisarai News: लखीसराय के डीएम रजनीकांत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. डीएम ने अपना इस्तीफा सरकार को भेज दिया है. दरअसल, लखीसराय के डीएम के पद पर तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2011 बैच के आईएएस अधिकारी रजनीकांत ने सरकार से स्वैच्छित सेवानिवृति की मांग की थी. इसको लेकर उन्होंने सरकार को पत्र लिखा था. आईएएस रजनीकांत की स्वैच्छिक सेवानिवृति को राज्य सरकार ने सोमवार को मंजूरी दे दी है.


सरकार ने इस्तीफा किया स्वीकार


सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से इसको लेकर अधिसूचना जारी की गई है जिसके बाद लखीसराय डीएम ने अपना इस्तीफा सरकार को भेज दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लखीसराय में बालू के काले कारोबारियों को लेकर डीएम और सरकार के मंत्रियों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था. कहा जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा डीएम से नाराज चल रहे थे.


चर्चा में रहता है अवैध बालू खनन


बता दें कि नीतीश सरकार ने नदियों से बालू खनन पर रोक लगा दी है. आदेश के मुताबिक नदियों से खनन पर रोक 15 जून की मध्य रात्रि से लेकर 15 अक्टूबर 2024 तक प्रभावी रहेगी. इस दौरान किसी भी नदियों से खनन नहीं किया जा सकेगा. उसके बाद भी जिला प्रशासन बालू के अवैध खनन और धंधे को रोकने में विफल साबित हो रहा है. जिला कई बार बालू के अवैध धंधे को लेकर टकराव की बड़ी घटना को झेल चुका है.


बड़े पैमाने पर बालू के अवैध कारोबार के बीच आम लोग परेशान हैं. बालू सरकार के तय मूल्य से दो से तीन गुणा ऊंचे दर पर बिक रहा है. कोइ सुनने वाला नहीं है. वहीं, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सह खनन मंत्री विजय कुमार सिन्हा के अनुसार अवैध बालू खनन व ढुलाई को लेकर कार्रवाई का निर्देश खनन विभाग और स्थानीय जिला प्रशासन को दिया गया है, लेकिन उसका खास असर नहीं दिख रहा है.


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