लखीसराय: जिले के चानन थाना क्षेत्र में एक महिला की मौत के बाद मंगलवार को अजीबो गरीब स्थिति उत्पन्न हो गई. महिला का बेटा और बेटी आपस में ही उलझ गए. दरअसल महिला का बेटा दाह संस्कार करना चाह रहा था, जबकि बेटी दफनाने (Funeral and Burial) की जिद पर अड़ी थी. काफी देर तक इसको लेकर दोनों में विवाद होता रहा. वहीं, इस मामले में पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. इसके बाद मृत महिला का अंतिम संस्कार हो सका.


शव को लेकर भाई- बहन आपस में भीड़े


मामला जिले के चानन थाना क्षेत्र के जानकीडीह गांव का है. मिली जानकारी के अनुसार रेखा देवी नाम की एक महिला का निधन हो गया. उसके बाद मृत महिला का पुत्र बबलू झा हिंदू रीति रिवाज से दाह संस्कार करना चाह रहा था. वहीं, महिला का पहला बेटा मो. मुहकिल और बेटी नदमा खातून मुस्लिम धर्म से दफनाना चाह रहे थे. इस वजह दोनों पक्ष में विवाद शुरू हो गया, जिससे वहां तनाव की स्थिति बन गई. इस दौरान वहां ग्रामीणों की काफी भीड़ भी जुट गई.


महिला ने प्रेम विवाह करने के बाद हिंदू धर्म अपना लिया था


दरअसल 50 वर्ष पहले राजेन्द्र झा से प्रेम विवाह करने के बाद रैयखा खातून ने हिंदू धर्म अपना लिया था. इसके बाद रैयखा खातून ने अपना नाम रेखा देवी रख लिया था. शादी के बाद उसकी दो संतानें हुईं. बेटा बबलू झा ने हिंदू धर्म स्वीकार किया, जबकि बेटी नदमा खातून मुस्लिम धर्म मानने लगी. राजेंद्र झा से शादी के पहले भी रेखा का एक बेटा था, जो मुस्लिम है.


पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप 


वहीं, इस मामले की जानकारी पुलिस को हुई. इसके बाद पुलिस को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. लखीसराय के एएसपी सैयद इमरान मसूद मौके पर पहुंचे. जांच में पता चला कि शादी के बाद से ही महिला जानकीडीह गांव में रेखा देवी के नाम से रह रही थी. मतदाता सूची सहित अन्य कागजात में भी उसका यही नाम है. महिला के पुत्र बबलू ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन का नाम पहले तेतरी कुमारी था. एएसपी ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए बबलू झा को अधिकृत कर दिया. उन्होंने शव का दाह संस्कार करने का आदेश देकर मामले को शांत कराया.


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