पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पटना में रविवार को बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की सरकार डराकर काम करवाती है. देश में धार्मिक उन्माद फैलाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर सत्ता का खेल खेला जा रहा है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर 5 दिन डिबेट होता है.


'धार्मिक उन्माद फैलाने से वोट नहीं मिलता'


ललन सिंह ने कहा कि धार्मिक उन्माद फैलाने से वोट नहीं मिलता है. कर्नाटक चुनाव परिणाम इसका उदाहरण है. ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी भी कर्नाटक चुनाव नहीं जीता पाए. 23 जून की होने वाली बैठक को लेकर ललन सिंह ने कहा कि इस बैठक में 18 दलों के नेता आएंगे. इसमें फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के साथ-साथ कई दलों के नेता आएंगे. उन्होंने कहा कि इस बैठक से बीजेपी में घबराहट है.


पीएम पद के उम्मीदवार नहीं नीतीश कुमार 


जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ किया कि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार नहीं है बल्कि विपक्षी दलों को एकजुट कर रहे हैं. चुनाव बाद परिणाम आने पर पीएम पद के उम्मीदवार पर चर्चा होगी. इस पर सभी दलों के नेता बैठकर निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन के नेतृत्व में देश बीजेपी मुक्त हो जाएगा. उसके बाद सभी नेता इसी प्रकार बैठक तय करेंगे कि देश का मुखिया कौन होगा?


बता दें कि पटना में जेडीयू कार्यालय में डॉक्टर विमल कारक के साथ रविवार को कुछ अन्य लोगों ने भी जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की है. ललन सिंह ने सभी का पार्टी में स्वागत किया. ललन सिंह ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र के बाद वे फिर से समाजवादी धारा के साथ जुड़ गए. 


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